Thursday, 18 September 2014 14:32
वाशिंगटन। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांत (आईएसआईएल) एक खतरनाक परिदृश्य बनकर उभरा है और इस आतंकवादी संगठन को केवल हवाई हमलों के जरिए नेस्तनाबूद नहीं किया जा सकता।
जरीफ यहां अमेरिका के शीर्ष थिंक टैंक ‘काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन’ द्वारा आयोजित समारोह में शिरकत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत ही खतरनाक बनकर उभरा है और हम सभी को इससे कैसे निपटा जाए, इस पर जागरूक होने की आवश्यकता है। इसके समूल नाश के लिए केवल हवाई बमबारी काफी नहीं होगी क्योंकि हमें इस नई हकीकत का नए उपायों के साथ सामना करना होगा।’’
जरीफ ने कहा कि ईरान इस संकट की घड़ी में अपने मित्रों को सहयोग करने से कभी नहीं हिचकेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि हमें इस संकट से निपटना होगा। यह किसी एक समुदाय के लिए खतरा नहीं है और न ही किसी एक क्षेत्र विशेष के लिए खतरा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह केवल सीरिया तक सीमित नहीं है और न ही यह केवल इराक तक ही सीमित है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इराक और सीरिया में हजारों विदेशी
लड़ाके हैं और ये सभी दुनिया के हर कोने से आए हैं।’’ शीर्ष ईरानी राजनयिक ने कहा कि इसलिए जिन लोगों पर इनका आधिपत्य है और जिन पर इनका शासन है, उनके प्रति इनके हृदय में दया की बहुत कम ही भावना है।
ईरान के विदेश मंत्री हालांकि आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिका नीत अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के आलोचक रहे हैं ।
उनके मुताबिक जिन लोगों ने आईएसआईएस को सहयोग दिया और उसके निर्माण तथा पनपने का कारण बने, आज वह उन्हीं लोगों के लिए खतरा बन गया है।
जरीफ ने कहा कि आईएसआईएस से निपटने में ईरान की भूमिका महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसे इस्लामिक स्टेट नहीं कहूंगा क्योंकि यह न तो इस्लामिक है और न ही यह कोई देश (स्टेट) है जैसा कि पहले भी राष्ट्रपति बराक ओबामा इस बिंदु को उठा चुके हैं। यह एक आतंकवादी संगठन है, एक खूंखार आतंकवादी संगठन जिसका निर्माण कई कारणों से हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नई हकीकत को नहीं समझ पाने के कारण ही आईएसआईएस निश्चित रूप से एक चुनौती बन गया है जो दिनों दिन चरम पर है।
(भाषा)
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