Donald Trump : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने रुख में बदलाव करते हुए यह कहा कि अमेरिका से ग्रेजुएशन करने वाले भारतीय और चीनी विद्यार्थियों को ग्रीन कार्ड दिया जाएगा. ग्रीन कार्ड देने का उद्देश्य उन्हें अपने देश लौटने से रोकना है. डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान तब आया है जब नवंबर में वहां राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं. इस चुनाव में वोटर्स के लिए प्रवासी नागरिकों का मुद्दा अहम होगा. साथ ही घुसपैठियों का मुद्दा भी इस चुनाव में अपना असर दिखाएगा.
अमेरिका को काबिल लोगों की जरूरत डोनाल्ड ट्रंप ने एक पाॅडकास्ट में कहा कि मैं ये बताना चाहता हूं कि मैं आपके लिए क्या करूंगा. आप एक काॅलेज से स्नातक हैं, तो मुझे लगता है कि आपको ग्रीन कार्ड खुद ही मिल जाना चाहिए. आपको इस देश में रहने का अधिकार मिलना चाहिए और यह सबकुछ संभव होगा ग्रीन कार्ड के जरिए. अपने भाषण में उन्होंने कहा कि अगर दोबारा चुनाव जीतकर आए, तो वे काबिल लोगों को देश से बाहर जाने से रोकेंगे. उन्होंने कहा कि अमेरिका के विकास के लिए इन लोगों की सख्त जरूरत है.
Also Read : Anti Paper Leak Law : ‘डैमेज कंट्रोल’ कर रही है सरकार, एंटी-पेपर लीक कानून पर कांग्रेस ने कहा
T-20 World Cup 2024 : बांग्लादेश के खिलाफ मैच में हो सकती है संजू सैमसन की एंट्री, राहुल द्रविड़ ने दिए संकेत
ग्रीन कार्ड क्या है? ग्रीन कार्ड अमेरिका में विदेशियों को दिया जाने वाला स्थायी निवासी कार्ड है. जिसकी मदद से कोई व्यक्ति संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थायी रूप से रह सकता है और काम कर सकत है. ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन करना पड़ता है. लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने अब जो घोषणा की है उसके अनुसार अगर कोई विदेशी अमेरिका से ग्रेजुएशन करता है तो उसे स्वत: ग्रीन कार्ड मिल जाएगा. ग्रीन कार्ड मिलने से भारतीय मूल के लोगों को फायदा होगा, जो बड़ी संख्या में वहां रहते हैं और पढ़ाई करते हैं.
Also Read : Car Tips: भीषण गर्मी में फट रहे वाहनों के टायर, सेफ्टी के लिए करें ये उपाय
Be First to Comment