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अवसर : MCA के बाद, यहां करें जॉब की तलाश

प्रतीकात्मक चित्र।

दुनिया ही नहीं हमारे देश में भी आईटी सेक्टर का विस्तार दिनों दिन बढ़ रहा है। ऐसे में यदि आपने एमसीए कम्पलीट कर लिया है और जॉब की तलाश में हैं, तो मौजूदा समय में अपनी स्किल को इम्प्रूब कर बेहतर विकल्प तलाश सकते हैं।

मार्केट में एमसीए कर चुके लोगों की मांग ज्यादा है, लेकिन यह मांग स्किल्ड लोगों की है। कहने का मतलब है कि यदि कोई एमसीयू पासआउट स्टूडेंट्स या प्रोफेशनल्स जिसके पास एनालिटिकल और लैंग्वेज स्किल्स है, उसे आसानी से जॉब मिल सकती है। देश के आईटी हब बेंगलुरू और पुणे में एमसीए ग्रेजुएट की काफी डिमांड है।

टेक्निकल राइटर : आसान लेकिन अपडेट रहना जरूरी

अमूमन टेक्निकल राइटर यूजर गाइड्स/ मैनुअल्स, प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन्स, वाइट पेपर्स, प्रोजेक्ट प्लान्स और डिज़ाइन स्पेसिफिकेशन्स जैसे टेक्निकल डॉक्यूमेंट्स लिखने का काम करता है, यदि इस तरह के कार्य करने के जज्बा आपके अंदर है और बेहतरीन टेक्निकल स्किल्स के साथ लेखन कौशल हैं तो आप टेक्निकल राइटिंग को अपने करियर ऑप्शन के तौर पर चुन सकते हैं। इसके लिए आपको गैजेट्स और राइटिंग से लगाव होने के साथ ही लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी होनी चाहिए इतना ही नहीं मार्केट में क्या नया आ रहा और क्या अपडेट हो रहा है इस बारे में पूरी जानकारी है तो आप बतौर टेक्निकल राइटर जॉब ऑप्शन में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं।

ऐप डेवलपर : मार्केट ट्रेंड् से रहें रू-ब-रू और सीखने का जोश

ऑनलाइन इंडस्ट्री में ऐप की भूमिका दिनों दिन बढ़ेंगी इस बात में कोई दोराय नहीं इसलिए, बतौर एमसीए ग्रेजुएट ऐप डेवलपर में नई राह तलाश कर किसी भी कंपनी में आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते हैं बशर्ते आपके पास उपयुक्त स्किल सेट और सीखने का जोश हो और आप नये मार्केट ट्रेंड् से पूरी तरह अपडेट रहना होगा। यह जॉब मुख्य रूप से आईओएस, एंड्राइड, ब्लैकबेरी और विंडोज प्लेटफॉर्म्स के लिए मोबाइल एप्लीकेशन पर विचार करने, उसकी डिजाइनिंग और निर्माण कार्य पर आधारित है।

बिजनेस एनालिस्ट : डाटा-क्रंचिंग और प्रोडक्ट मैनेजमेंट स्किल्स की दुनिया

मार्केट में रिक्रूटर मानता है कि एक एमसीए ग्रेजुएट के तौर पर, आपके पास बेहतरीन डाटा-क्रंचिंग स्किल्स हैं। अगर आप इन स्किल्स को अपने बिजनेस और प्रोडक्ट मैनेजमेंट स्किल्स के साथ मिला दें तो यकीनन आप इस फील्ड में काफी तरक्की करेंगे। बशर्ते आप यह स्किल्स रखते हैं। बतौर बिजनेस एनालिस्ट आप महत्वपूर्ण इश्यूज को एनालाइज करने में कुशल हैं और आपके पास निर्णय लेने की क्षमता के साथ ही प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स हैं, तो बिजनेस एनालिस्ट का जॉब प्रोफाइल आपके लिए ही है, दरअसल, बिजनेस एनालिस्ट का काम संबद्ध बिजनेस के टेक्निकल और नॉन-टेक्निकल पहलुओं का पता करना और उनके अनुरूप महत्वपूर्ण बदलावों के बारे में सुझाव देना होता है।

वेब डिजाइनर और डेवलपर : रचनात्मकता जरूरी

एक वेब डिजाइनर के तौर पर, आपको काफी कल्पनाशील होना चाहिए और आपके पास बेहतरीन विज्यूलाइजेशन स्किल्स अवश्य होने चाहिए। एक आकर्षक वेबसाइट डिज़ाइन करने के लिए रंग, फॉन्ट स्टाइल और लेआउट्स के संबंध में आपके पास उपयुक्त क्रिएटिव सेंस जरुर होनी चाहिए। इसके अलावा, एचटीएमएल और फ्लैश की अच्छी जानकारी होने के साथ ही आपके पास ड्रीमवीवर, सीसीएस, फोटोशॉप और इलस्ट्रेटर जैसे सॉफ्टवेयर्स की भी बढ़िया जानकारी होनी चाहिए।

    इंटरनेट और ऑनलाइन मार्केटिंग के निरंतर विकास के साथ ही वेब-डिजाइनिंग की मांग हमेशा रहेगी। इस जॉब में किसी वेब डिजाइनर का काम क्लाइंट्स द्वारा दिए गए संक्षिप्त विवरण के आधार पर वेबसाइट्स के बारे में रचनात्कमक तरह से करना, वेबसाइट्स को डिज़ाइन और डेवलप, मेंटन करने से संबंधित होता है।

    सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन आर्किटेक्ट : विज्यूलाइजेशन और इमेजिनेटिव स्किल्स जरूरी

    किसी सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन आर्किटेक्ट की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी में टेक्निकल मैनुअल्स और प्रोटोकॉल्स जैसेकि, टूल्स, प्लेटफॉर्म्स और सॉफ्टवेयर कोडिंग स्टैंडर्ड्स तैयार करना शामिल है। वे कई सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चरल मॉडल्स के सुचारु रूप से काम करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। यदि आप विज्यूलाइजेशन और इमेजिनेटिव स्किल्स में माहिर हैं तो सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट का रोल आपके लिए एक बेहतरीन करियर ऑप्शन साबित होगा। सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट्स आईटी प्रोडक्ट्स और सर्विसेज के डिज़ाइन और आर्किटेक्चर में उच्च-स्तर के निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल होते हैं।

    सॉफ्टवेयर डेवलपर/ प्रोग्रामर/ इंजीनियर : टिपिकल कोडिंग स्किल्स जरूरी

    अमूमन आज हर दूसरा एमसीए ग्रेजुएट एक सॉफ्टवेयर डेवलपर के तौर पर काम करना पसंद करता है। सॉफ्टवेयर डेवलपर्स मुख्य रूप से जटिल सॉफ्टवेयर सिस्टम्स के संबंध में सोच-विचार करने, उसकी डिजाइनिंग और मेनटेन रखने से संबंधित सभी कार्य करते हैं। उनका काम अपने क्लाइंट्स की जरूरत का निरीक्षण और विश्लेषण करके आईटी सर्विसेज उपलब्ध करवाना और क्लाइंट्स की जरूरत के आधार पर सॉफ्टवेयर सिस्टम को डिजाइन करना होता है। यह बहुत चुनौतीपूर्ण लेकिन रचनात्मक फील्ड है, जहां आप टिपिकल कोडिंग स्किल्स से कहीं आगे बढ़कर अपना टैलेंट दिखा सकते हैं।

    ट्रबलशूटर : चुनौतियों के दुरुस्त करते आगे बढ़ने का नाम

    अगर आपको चुनौतियां स्वीकार करना अच्छा लगता है और जब भी कोई काम आपको सौंपा जाता है तो आप अच्छे रिजल्ट देने वाले सोल्यूशन पेश करने में कुशल हैं, तो यह जॉब आपके लिए बिलकुल परफेक्ट है। कोई भी ऑनलाइन कंपनी एक ट्रबलशूटर के बिना आजकल अपना काम या व्यवसाय नहीं कर सकती है।

      एक ट्रबलशूटर कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की प्रॉब्लम्स की जांच करता है और जिन लोगों को टेक्नोलॉजी की जरूरत होती है, उन्हें टेक्नोलॉजी आसान करवाता है। किसी भी कंपनी में अगर कोई आईटी इश्यू उत्पन्न होता है तो यह ट्रबलशूटर का काम है कि उस प्रॉब्लम/ इश्यू को समय रहते फिक्स करे ताकि प्रोजेक्ट्स निर्धारित समय पर पूरे किये जा सकें। उनकी यह भी जिम्मेदारी होती है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स और अन्य स्टाफ के लिए जरुरी रिसोर्सेज को मेनटेन रखें।

      हार्डवेयर इंजीनियर : कंप्यूटर सिस्टम के इंस्टॉलेशन और टेस्टिंग से संबंधित

      किसी हार्डवेयर इंजीनियर की जॉब में कंप्यूटर हार्डवेयर सिस्टम जैसेकि, सर्किट बोर्ड्स, वायर्स, हार्ड डिस्क, प्रिंटर्स, कंप्यूटर चिप्स, राउटर्स और कीबोर्ड्स से संबंधित सभी काम शामिल होते है। जब कंप्यूटर सिस्टम के इंस्टॉलेशन और टेस्टिंग से संबद्ध कार्य करने होते हैं तो एक हार्डवेयर इंजीनियर में महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करने का जोश होना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सिस्टम बिना किसी रुकावट या परेशानी के काम कर रहा है। हार्डवेयर इंजीनियर्स के काम में हार्डवेयर इक्विपमेंट्स के प्रोडक्शन और टेस्टिंग के अलावा इसे बनाने का काम भी करता है।

      सॉफ्टवेयर कंसलटेंट : उपयुक्त फीडबैक उपलब्ध करवाना

      किसी सॉफ्टवेयर कंसलटेंट का सबसे पहला लक्ष्य संबंधित कंपनी की सेल्स प्रोसेस को बढ़ाने के लिए कॉस्ट-इफेक्टिव बिजनेस सोल्यूशन्स उपलब्ध करवाना है। इस पेशे की सबसे खास बात तो यह है कि, यह पेशा आपको पूरी फाइनेंशल आजादी देता है क्योंकि आप इस जॉब प्रोफाइल के तहत अपनी कंसल्टेंसी सर्विस शुरू कर सकते हैं। एक सॉफ्टवेयर कंसलटेंट का काम बिजनेस प्रोसेस का मुल्यांकन और विश्लेषण करने के साथ-साथ बिजनेस को कुशलतापूर्वक चलाने के लिए सबसे अच्छे सॉफ्टवेयर सोल्यूशन्स और अन्य उपयुक्त फीडबैक उपलब्ध करवाना होता है।

      सिस्टम एनालिस्ट : क्लाइंट्स और डेवलपर्स के ऊपर की बात

      सिस्टम एनालिस्ट्स क्लाइंट्स और सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के बीच एक महत्वपूर्ण व्यक्ति या अधिकारी के तौर पर काम करते हैं। एक सिस्टम एनालिस्ट की जॉब संबद्ध बिजनेस को चलाने के लिए और कुशलता बढ़ाने के लिए इनोवेटिव आईटी सोल्यूशन मोड्यूल्स के बारे में सोच-विचार करना और उन्हें डिजाइन करना है। एक सिस्टम एनालिस्ट के तौर पर, आपको क्लाइंट्स की जरूरतों के अनुसार सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के उद्देश्य से बढ़िया आईटी सोल्यूशन सिस्टम डिज़ाइन करने के लिए करेंट बिजनेस, बिजनेस प्रोसेसेज और मॉडल्स को विस्तार से पढ़ना चाहिए।

      एमसीए ग्रेजुएट के लिए यहां जितने भी करियर ऑप्शन दिए गए हैं, इसके लिए वह सोशल नेटवर्किंग साइट्स लिंक्डिन या व्यक्तिगत आईटी कंपनियों में अप्लाय कर सकते हैं। जॉब सर्च करने का सबसे आसान तरीका होता है कि सीनियर्स के बेहतर कम्युनिकेशन बनाए रखना, साथ ही आईटी संस्थान के एचआर के संपर्क में रहना।

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