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Madhya Pradesh Tourism

प्राकृतिक सौंदर्य और अपने अतीत को संजोए मध्यप्रदेश भारत के मध्य में है। यह राज्य अपने समृद्ध इतिहास और राजसी स्मारकों के लिए लंबे समय तक विभिन्न राजवंशों के शासनकाल और विश्व यात्रियों के बीच अविश्वसनीय रूप से प्रसिद्ध रहा है। यह राज्य वास्तव में भारत का एक आदर्श प्रतिबिंब…
चित्र: बत्तीसी बावड़ी, चंदेरी यदि आप प्राचीन इमारतों पर की गई नायाब कारीगरी देखने के शौकीन हैं तो चंदेरी की यात्रा जरूर कीजिए। मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में चंदेरी एक प्राचीन शहर है। यह शहर महाभारत काल से अपनी ऐतिहासिक धरोहर को संवारे हुए है। खिलजी वंश और मुगल…
राकेश ढोंडियाल। यात्रा में अब तक: मैं भोपाली ज़बान के साथ-साथ नामकरण का ‘क’, ‘ख’ और ‘घ सीख रहा था। अब तक भोपाल के बारे में काफी रोचक बातें मालूम हो चुकी थीं। अब आगे… भोपाल के बारे में थोड़ा सा अध्ययन किया तो पाया कि भोपाल का इतिहास जहां…

भोपाल की गलियां-2 : भोपाली बोली से रू-ब-रू होने का यहां मिलेगा मौका

राकेश ढोंडियाल। यात्रा में अब तक: मैं उस लड़के की बात को आज भी नहीं भूला हूं, जो भट सुअर के पीछे लटक कर ज़ोर से चिल्लाया था ‘जान दो…जान दो…सनन जान दो…।’ भोपाली ज़बान समझने का जुनून मुझे ऐसा लगा कि मैं ‘भट सुअर’ और ‘को खां’ जैसे नए…

भोपाल की गलियां-1 : 90 के दशक में भोपाल की पहचान बन गया था ये सवाल

राकेश ढोंडियाल। 90 का दशक यानी वो समय जब कई लोग बचपन के सुहाने दिन गुजार रहे थे। न कोई फ्रिक न कोई चिंता… बस! होता था तो टीवी पर मोगली या फिर बाहर बारिश में कागज की नाव चलाने का इंतजार, लेकिन आज से 27 साल पहले कैसा था…

धरोहर : मुगल तकनीक की बेजोड़ मिसाल, जो आज भी है बरकरार

भारत में मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में  ‘कुंडी भंडार’ नाम से भू-जल संरचना है। मध्यकालीन भारत की इस धरोहर को देखने पर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि उस समय की तकनीक कितनी विकसित रही होगी। दरअसल, कुंडी भंडार को सतपुड़ा की पहाड़ियों के पत्थर चीरकर नगर…