योग
चित्र : स्वामी विवेकानंद। डॉ. डेविड फ्रॉली। स्वामी विवेकानंद ने अद्वैत वेदांत, योग, वेदांत और सनातन धर्म के आध्यात्मिक परिवर्तन को दुनिया में पहुंचाया, ताकि हर व्यक्ति अपनी प्रकृति के अनुरूप सत्य की खोज कर सके। 11 सितंबर, 1893 को शिकागो में विश्व धर्म संसद में दिए स्वामी विवेकानंद के…
आपकी पृष्ठभूमि चाहे जो भी हो, समय कठिन चल रहा है या आप जिस भी देश में रहते हों, वहां मंदी छाई हो, क्या आप बेरोजगार हैं? फिर भी यकीन कीजिए! आप काम की तलाश जब करने निकलते हैं तो कोई न कोई बेहतर काम आपकी तलाश को पूरा करता…
प्रतीकात्मक चित्र। अद्वैत वेदांत दर्शन योग प्रथाओं के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह दर्शन यौगिक अभ्यास की बात करता है। यह एक गलत धारणा है कि अद्वैत मंत्र, प्राणायाम, पूजा और भक्ति जैसी अन्य आध्यात्मिक और यौगिक प्रथाओं के खिलाफ है, जो इसके दृष्टिकोण से कम मूल्य के रूप में…