पीरियड्स

रविकांत द्विवेदी, लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और सामाजिक मुद्दों पर लिखते हैं। बहुत सारी सरकारी योजनाएं, लेकिन जमीनी हकीकत आज भी बहुत सारे आंकड़ों से छत्तीस का आंकड़ा रखती हैं। लोगों के लिए ये आज भी शर्म और शर्मिंदगी का विषय है, इससे अधिक और कुछ नहीं। हद तो तब…