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ध्यान

प्रतीकात्मक चित्र। संत राजिन्दर सिंह, आध्यात्मिक गुरु। विज्ञान हमेशा उन चीज़ों को समझने की कोशिश करता रहता है जो समझ से बाहर होती हैं, उन चीज़ों को सुलझाने की कोशिश करता है जो सुलझाई नहीं जा सकतीं, और उन चीज़ों को जानने की कोशिश करता है जो जानी नहीं जा…
प्रतीकात्मक चित्र। संत राजिन्दर सिंह, आध्यात्मिक गुरु। पिछले दशक में, हमने वैज्ञानिक ज्ञान का एक ऐसा भारी विस्फोट देखा है, जिसने कहीं ज़्यादा ज्ञान हम तक पहुंचा दिया है। अनेक वैज्ञानिकों और डॉक्टरों की समर्पित खोजों व शोधों के परिणामस्वरूप, आज हम अपने शरीर के बारे में, और अच्छे स्वास्थ्य…
संत राजिन्दर सिंह, आध्यात्मिक गुरु। क्या आपको ऐसा लगता है कि आपके दिन ऐसे गुज़रते हैं मानो आप एक ट्रैडमिल (व्यायाम की मशीन) पर दौड़ रहे हों और कहीं भी न पहुंच रहे हों? क्या आप दिन के अंत में बहुत अधिक थक जाते हैं, और फिर भी ऐसा महसूस…

नवरात्रि : मानवता को जीवंत और ‘आत्मा की अज्ञानता’ को दूर करने का अवसर

देवी मां के रूप में, मां दुर्गा मानवता को शांति और खुशी के एक नए युग में ले जाती हैं। लेकिन वह ऐसा अंधकार यानी नकारात्मक शक्तियों को समाप्त करने के बाद ही करती हैं, उनसे समझौता करके नहीं, उन्हें सांत्वना देकर या उन्हें खुश करके तो बिलकुल भी नहीं।…

पवित्रता : क्या जीवन में कुछ पवित्र है, यदि ‘हां’ तो वो क्या है?

प्रतीकात्मक चित्र : जीवन में पवित्रतता। जे. कृष्णमूर्ति, आध्यात्मिक गुरु। क्या जीवन में कुछ पवित्र है? यह विचार या कहें प्रश्न आविष्कार द्वारा नहीं बनाया गया है, क्योंकि मनुष्य, अनंत काल से, हमेशा यह प्रश्न पूछता आया है। क्या इस भ्रम, दुख, अंधकार, भ्रम से परे, संस्थानों और सुधारों से…

चिंतन : जब स्वयं को जागृत करेंगे तभी अभूतपूर्व परिणाम मिलेंगे

प्रतीकात्मक चित्र। जे. कृष्णमूर्ति, आध्यात्मिक गुरु। दुनिया भर में मौजूद संकट, बिना किसी मिसाल के असाधारण है। पूरे इतिहास में, सामाजिक, राष्ट्रीय, राजनीतिक, अलग-अलग अवधियों में अलग-अलग प्रकार के संकट आते रहे हैं। संकट आते हैं और चले जाते हैं। आर्थिक मंदी, अवसाद, आते हैं, संशोधित होते हैं, और एक…