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इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट

चित्र : रूस के हमले से यूक्रेन के एक शहर की जर्जर इमारत। रूस-यूक्रेन युद्ध एक तरह से, कोरोना के बाद दूसरा वैश्विक संकट है, इस युद्ध पर विराम तभी लग सकता है जब अमेरिका और चीन, रूस को समझाने में मध्यस्थ की भूमिका निभाएं, लेकिन चीन यह तब करेगा,…
चित्र : 1971 का ‘भारत-पाक युद्ध’ के दौरान भारतीय जाबांज सैनिक। यह बात है 3 दिसंबर, 1971 की। शाम का समय था। आकाशवाणी पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने कहा, ‘मैं अपने देश और हमारे लोगों के लिए गंभीर संकट के क्षण में आपसे…
मुक्ति वाहिनी के लोगों ने भारतीय सेना के साथ मिलकर बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी थी। चित्र सौजन्य : आउटलुक/रघु राय। लगभग 6 दशकों पहले 1971 में, भारत के मजबूत इरादों वाले भारत के शानदार सैनिकों, बंगालियों के पूर्ण समर्थन, भारत के एक अटूट राजनीतिक नेतृत्व के…

संघर्ष – टिप्पणी > 1 : तिब्बत और चीन, ‘चुप्पी तोड़ने का समय’

चित्र सौजन्य: जोखांग तेनप्लुआ/ट्रिपोटो। माइकल वान वाल्ट प्राग और माइक बोल्तजेस। लेखक, कैलीफोर्निया (यूएसए) में रहते है, वह आधुनिक अंतराष्ट्रीय संबंध और कानून विशेषज्ञ हैं। चीन ने तिब्बती लोगों की इच्छा के विरुद्ध तिब्बत पर कब्जा कर लिया है। इस संघर्ष में तिब्बत में तीन पीढ़ियां गुजर चुकी हैं। तिब्बत…

विवाद – टिप्पणी > 2 : क्या ‘चीन-तिब्बत संघर्ष’, चीन का आंतरिक मामला है?

चित्र सौजन्य : चीन द्वारा विभाजित तिब्बत/ फ्री तिब्बत। माइकल वान वाल्ट प्राग और माइक बोल्तजेस। लेखक, कैलीफोर्निया (यूएसए) में रहते है, वह आधुनिक अंतराष्ट्रीय संबंध और कानून विशेषज्ञ हैं। तिब्बत कब्जा किया हुआ देश है और चीन-तिब्बत संघर्ष अंतरराष्ट्रीय विवाद का विषय है, न कि चीन का आंतरिक मामला।…

संघर्ष – टिप्पणी > 3 : चीन-तिब्बत विवाद, ‘क्यों है अंतरराष्ट्रीय मामला’!

चित्र सौजन्य : विकिपीडिया/ 1914 में शिमला समझौते के दौरान तिब्बती, ब्रिटिश और चीनी अधिकारी। माइकल वान वाल्ट प्राग और माइक बोल्तजेस। लेखक, कैलीफोर्निया (यूएसए) में रहते है, वह आधुनिक अंतराष्ट्रीय संबंध और कानून विशेषज्ञ हैं। चीन-तिब्बत संघर्ष को लेकर, सन् 1914 में हुए शिमला समझौते से निकले प्रस्ताव को…

समाधान – टिप्पणी > 4 : यदि ये संभव है, तो खत्म हो सकता है, ‘तिब्बत-चीन संघर्ष’!

चित्र सौजन्य : लव एंड रोड/ तिब्बत में, एक नई सुबह। माइकल वान वाल्ट प्राग और माइक बोल्तजेस। लेखक, कैलीफोर्निया (यूएसए) में रहते है, वह आधुनिक अंतराष्ट्रीय संबंध और कानून विशेषज्ञ हैं। बीजिंग तिब्बत में अपने जबरदस्त अतिक्रमण को कानूनी तौर पर सही ठहराने और इसका औचित्य पूरी दुनिया को…

वैश्विक भुखमरी : भोजन बर्बाद ना करें, दुनिया के 69 करोड़ लोग भूखे सो जाते हैं!

पिछले साल दुनिया के 15 करोड़ लोगों को खाना नसीब नहीं हुआ, साल दर साल यह आंकड़ा बढ़ रहा है यानी साल 2021 के अंत तक 69 करोड़ लोगों को भरपेट खाना नसीब नहीं होगा, और अब हालात इससे भी ज्यादा खराब होंगे। संयुक्त राष्ट्र की ग्लोबल ह्यूमैनिटेरियन आउटलुक रिपोर्ट…

रिपोर्ट : तो क्या ‘ग्रीन सिटी भोपाल’, सन् 2030 में ‘कांक्रीट सिटी’ बन जाएगी?

चित्र : गूगल मेप, भोपाल। आज से 30 साल पहले, ‘भोपाल’ में प्राकृतिक सुंदरता जितनी थी, उतनी ’30 साल बाद’ नहीं होगी। कारण कई हैं, निवारण लोग कर रहे हैं। यदि साल 2009 से 2019 तक के आंकड़ों को देखा जाए तो 26 प्रतिशत कांक्रीट से बने जंगल खड़े कर…

इंटरव्यू : चीन में वुहान इंस्टीट्यूट की प्रमुख का ‘कोविड 19’ के बारे में बड़ा खुलासा

चित्र : चाइना मीडिया ग्रुप/वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की प्रमुख महामारीविद् शी चंगली। नोवल कोरोनो वायरस महामारी, जिसे कोविड-19 के रूप से भी जाना जाता है, जब से दुनिया में फैली है, तब से सभी का निगाहें वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पर आकर रुक सी गई हैं। कोरोना वायरस ने…

इंटरव्यू : यहां जानें, जहां से आया कोरोना वायरस वहां के क्या हैं हाल

अखिल पाराशर, लेखक चीन के बीजिंग शहर में रहते हैं वो चाइना मीडिया ग्रुप में वरिष्ठ पत्रकार हैं। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए नोबेल कोराना वायरस दुनिया भर में फैल रहा है। लेकिन महामारी फैलने के तुरंत बाद चीन जल्द ही उपचार व दवा, टीके के अनुसंधान, जांच…

समीक्षा : भारत और दक्षिण कोरिया के ‘कूटनीतिक संबंध’ में क्या है भारत की भूमिका

सितंबर के पहले हफ्ते में भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूर्वोत्तर एशिया के पांच दिवसीय दौरे पर थे। दक्षिण कोरिया के बाद जापान उनका दूसरा पड़ाव बन गया। यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री ने अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष, जियोंग कोयोंग-डो से मुलाकात की, दोनों नेताओं ने रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों…

रिपोर्ट : 2040 के बाद दुनिया के 33 देश में ‘पीने के पानी’ का विकराल संकट!

Image courtesy: unian ‘यदि आप एक बाल्टी में सारी दुनिया का पानी एकत्र करें और चाय की छलनी को उस पानी में डुबोएं तो जितना पानी छलनी में होगा उसमें से भी आप एक चम्मच पानी और निकाल लें तो यह पीने का स्वच्छ पानी होगा। इतना ही पानी हमें…

मुद्दा : ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ किसे फायदा, किसे नुकसान

देश बहुत बड़ा है और ये आगे बढ़ता ही जाएगा। हालही में अखबारों और टीवी चैनलों की खबरों में जनसंख्या विस्फोट प्रमुखता से दिखाया गया। सिर्फ दिखाया गया। केंद्र और राज्य सरकार के अफसर और नेता चुपचाप यह सब खबरें देख ही रहे थे और इस बीच एक और नए…

हक़ीकत : देश में बेरोजगारी? तो क्या स्टार्टअप्‍स को राहत दे रही है सरकार

भारत में इन दिनों बेरोजगारी काफी बड़े स्तर पर है। केंद्र और राज्य सरकार भले ही कई दावे करें, लेकिन हक़ीकत कुछ और ही बयां कर करती है। बेरोजगारी को बताने वाली कई रिपोर्ट इंटरनेट पर गूगल सर्च के दौरान मिल जाएंगी, लेकिन देश में बेरोजगारी के अलावा एक ओर…