Press "Enter" to skip to content

Kalki 2898 AD: असल जिंदगी के अलावा 'कल्कि 2898 एडी' में मां बनीं दीपिका, 'सुमति' बन बटोरीं दर्शकों की तालियां

एंटरटेनमेंट डेस्क, अमर उजाला Published by: दीक्षा पाठक Updated Thu, 27 Jun 2024 07:38 PM IST

नाग अश्विन की साइंस-फिक्शन डायस्टोपियन फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ ने आज यानी 27 जून को सिनेमाघरों में दस्तक दी है। प्रभास, दीपिका पादुकोण, अमिताभ बच्चन और कमल हासन अभिनीत इस फिल्म से काफी उम्मीदें हैं। फिल्म में दीपिका एक मां की भूमिका निभा रही हैं और हर कोई उनके अभिनय की खूब तारीफ कर रहा है। असल जिंदगी में भी दीपिका जल्द ही मां बनने वाली हैं। ऐसे में फिल्म में भी उन्होंने अपने किरदार से सबका दिल जीत लिया है।

बता दें कि दीपिका ने अपने करियर की शुरुआत साउथ सिनेमा से ही की थी। आगे चलकर अभिनेत्री ने बॉलीवुड का रुख किया और छा गईं। अब एक बार फिर सालों बाद दीपिका पादुकोण किसी साउथ इंडियन फिल्म में नजर आई हैं। हालांकि, यह पैन इंडिया फिल्म है, जो हिंदी समेत कई भाषाओं में रिलीज हुई है।

फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ में एंट्री काशी से होती है, लेकिन इंटरवल के बाद दर्शकों के सामने एक नए संसार की कहानी सामने आती है, जिसका नाम शम्बाला है। यह आम संसार से छिपाकर रखी गई एक जगह है। यहां वो लोग हैं, जो तबाह होने जा रही दुनिया के आखिरी छोर पर एक उम्मीद के सहारे जिंदा हैं। फर्स्ट ऑफ में यही दिखाया गया है। फिल्म में दीपिका सुमति की भूमिका निभा रही है, जिसके गर्भ में पल रहा बच्चा साधारण नहीं है। आगे की कहानी फिल्म के सेकेंड हाफ में दिखाई गई है।

फिल्म के सेकेंड हाफ में कॉम्प्लेक्स से बचकर भाग निकली सुमति पर बाउंटी है, जिसके लिए भैरव उसे पकड़ना चाहता है। कॉम्प्लेक्स के लिए सुमति एक बहुमूल्य एक्सपरिमेंट है और अश्वत्थामा के लिए अगले अवतार की मां, इसलिए वो हमेशा सुमति की रक्षा में तैयार है। एक तरफ दीपिका असल जिंदगी में भी मां बनने वाली हैं। वहीं, फिल्म में उनकी मां की छवि ने दर्शकों की खूब सराहना बटोरी है।

कल्कि 2898 एडी’ को लेकर सोशल मीडिया पर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। एक्स पर यूजर्स इसे प्रभास की सर्वश्रेष्ठ फिल्म बता रहे हैं। साउथ में सुबह चार बजे से ही दर्शक इस फिल्म को देखने पहुंचने लगे। एक इंटरव्यू में दीपिका ने मां बनने को लेकर कहा था, “मां बनना विवाहित होने से बढ़कर है। यही मैं उन लोगों से सुनती हूं जिनके बच्चे हैं। बेशक, यह किसी न किसी समय होगा लेकिन नहीं, मुझे लगता है कि हर महिलाओं को इस स्थिति से गुजरना है। मुझे लगता है कि जिस दिन हम औरत से बच्चे को लेकर सवाल पूछना बंद कर देंगे, उसी दिन हम बदलाव लाएंगे।”

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.