न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: दिनेश शर्मा Updated Wed, 14 Sep 2022 05:26 PM IST
मध्य प्रदेश के कई जिलों में एक बार फिर तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। कैचमेंट एरिया में लगातार पानी गिरने से कई बांधों के गेट खोलना पड़े हैं। तवा बांध के तीन तो बरगी बांध के 13 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। इधर उज्जैन के घाट भी डूब गए हैं। छिंदवाड़ा इलाके में कई मार्ग अवरुद्ध हुए हैं।
जानकारी के अनुसार तीन वेदर सिस्टम एक्टिव होने से प्रदेश में बारिश का दौर शुरू हो गया है। बीते 24 घंटे में नर्मदापुरम में 84, पचमढ़ी में 71.6, सागर में 66.6, रायसेन में 65.8, छिंदवाड़ा में 58. गुना में 53.4, मंडला में 51 मिमी बारिश हुई है। इंदौर में 40.2, भोपाल में 37 मिलीमीटर पानी गिरा है। कई इलाकों में बीते दो-तीन दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने भी 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट दिया है।
जबलपुर में बरगी बांध के 13 गेट खोले
जबलपुर स्थित बरगी बांध के 13 गेट खोल रखे हैं। कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश से बरगी बांध लबालब हो चुका है। बांध के 11 गेट पिछले 24 घंटों से खुले रहे, इनकी संख्या को बढ़ाकर 13 कर दिया गया है। इन गेटों से जल निकासी की मात्रा 3083 क्यूमेक हो चुकी है। लगातार पानी की आवक से नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर 12 घंटे में नर्मदा नदी का जलस्तर 8 फीट बढ़ा है।
नर्मदापुरम में भी लगातार बारिश के बाद तवा बांध में काफी मात्रा में पानी बढ़ गया है। बांध के तीन गेट खोलकर 16 हजार 70 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे पहले मंगलवार को 11 गेट खोले गए थे। पिछले 40 घंटे से तवा के गेट खुले हुए हैं। उज्जैन और आसपास तेज बारिश के बाद शिप्रा में जलस्तर तेजी से बढ़ा है। उज्जैन के घाट जलमग्न हो गए हैं। रामघाट के मंदिर डूब गए हैं। छोटे पुल के ऊपर से पानी बह रहा है।
छिंदवाड़ा में भी रातभर से रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश हो रही है। मंगलवार को तेज बारिश के बाद सौंसर और बहुआ ब्लॉक की सीमा से लगे 15 गांव नाले के उफान पर आने से शहर से कट गए। दोपहर में देवी और बड़ोस के बीच उफनाए नाले को पार करते समय बाइक सवार बह गया। किनारे खड़े ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाला।
माचागोरा बांध लबालब, छिंदवाड़ा में दो दर्जन मकान ढहे
छिंदवाड़ा जिले के माचागोरा बांध के चार गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। सोमवार से जारी बारिश के चलते मंगलवार को गेट खोले गए। चार गेटों से करीब 600 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है। माचागोरा बांध की कुल जलस्तर क्षमता 625.75 मीटर है। जबकि मंगलवार रात तक की स्थिति में डेम का लेवल 625.50 मैटर पर पहुंच गया था।
वहीं लगातार बारिश से निचले क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति रही। परासिया वार्ड क्रमांक 4 में मालती बुनकर और लक्ष्मी डेहरिया, वार्ड क्र.11 में लता बाजे, दुर्बलाल मर्सकोले, कैलाश यादव, वार्ड क्र.2 में जगदीश भरती, चांदामेटा में वार्ड क्र. 13 में मो. सकील खान, न्यूटन चिखली में वार्ड क्र. 8 में प्रताप यादव के मकान की एक दीवार गिर गई। वहीं भमोड़ी में संतोष सेन, विनोद झरबडे, खिया बाई, जनी बाई के मकान की एक-एक दीवार गिरी। इसी तरह बरारिया में पुराने पंचायत भवन की एक दीवार ढह गई है।
सुनार नदी उफनाई, दमोह-पथरिया मार्ग बंद, नदी में बहे बालक का शव मिला
दमोह जिले में मंगलवार की पूरी रात बारिश हुई, जो बुधवार सुबह तक जारी रही। कई नदियां उफान पर हैं और पुलों पर पानी ऊपर से बह रहा है। दमोह-पथरिया मार्ग पर बेलखेड़ी गांव के पास सुनार नदी पर बना पुल बाड़ में डूब गया है जिससे इस मार्ग से लोगों का आवागमन बंद हो गया है। वहीं घटेरा के पास व्यारमा में नदी में निरपत आदिवासी (50) नदी के तेज बहाव के साथ बह गया। एफडीआरएस की टीम उसकी तलाश कर रही है, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। इसके अलावा हटा की सुनार नदी में बहे बालक का शव तीसरे दिन घुराघाट के पास मिल गया।
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