मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा। चित्र सौजन्य : ट्वीटर/डॉ.नरोत्तम मिश्रा।
हिंदू देवी मां ‘काली’ पर विवादास्पद टिप्पणी करने के एक मामले में, सांसद महुआ मोइत्रा पर भोपाल(मध्य प्रदेश) में FIR दर्ज की गई है। महुआ, पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से लोकसभा सांसद हैं। महुआ, टीएमसी पार्टी से संबंधित हैं। यह टिप्पणी उन्होंने, दिल्ली में आयोजित इंडिया टुडे कॉनक्लेव 2022 में की।
टीएमसी का कहना है, ‘महुआ मोइत्रा द्वारा देवी काली पर की गई टिप्पणी एवं व्यक्त किए गये विचार उनके व्यक्तिगत विचार हैं और पार्टी उसका किसी भी तरीके से समर्थन नहीं करती है। तृणमूल कांग्रेस इस तरह की टिप्पणी की कड़ी निंदा करती है।’ टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा है कि महुआ का बयान पार्टी की विचारधारा से अलग, कार्रवाई पर करेंगे इस पर विचार किया जा रहा है।
तो वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘हम किसी के विरोधी नहीं है, किसी भी धर्म की भावनाओं का आहत नहीं होना चाहिए। अभी काली मां का अपमान किया गया, आज आपने देखा होगा। एफआईआर मध्यप्रदेश में हो गई है, हमने कहा हम भी छोड़ेंगे, मैया का अपमान सहन नहीं करेंगे।’
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई को 24 घंटे के भीतर फिल्म ‘काली’ का विवादित पोस्टर हटाने व माफी मांगने की समझाइश दी गई थी। ऐसा नहीं होने पर भोपाल में उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। अब विधि-विशेषज्ञों से चर्चा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। गृहमंत्री का कहना है कि रतलाम में लीना मणिमेकलाई पर 295 (ए) और उनके अधिकारियों पर एफआईआर महुआ मोइत्रा पर क्राइम ब्रांच में केस दर्ज किया गया है।
इस पूरे मामले में महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया है वो लिखती हैं, ‘मैं ऐसे भारत में नहीं रहना चाहती जहां हिंदू धर्म के बारे में भारतीय जनता पार्टी का एकात्मक पितृसत्तात्मक ब्राह्मणवादी दृष्टिकोण प्रबल होता हो और हममें से बाकी लोग धर्म के इर्द-गिर्द घूमें। मैं मरते दम तक इसका बचाव करूंगी। आप अपनी FIR दर्ज करें, मैं देश की हर अदालत में मिलूंगी।’
इसी बीच, काली फिल्म पोस्टर विवाद के बाद ट्विटर से प्रोड्यूसर लीना मणिमेकलई ने ट्वीट डिलीट कर दिया है। डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर को लेकर विवाद जारी है। इसमें मां काली के प्रतिरूप में महिला को सिगरेट पीते दिखाया गया है और हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा झंडा भी दिखाया गया है।
फिल्म काली के पोस्टर को लेकर जारी विवाद में, जुड़े लोगों पर भोपाल, रतलाम के अलावा कई राज्यों में FIR दर्ज की गई है। इसके अलावा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मुंबई में इस फिल्म के पोस्टर को धार्मिक भावनाएं आहत करने को लेकर FIR दर्ज कराई गई है।
Be First to Comment