Mukesh Ambani News: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने बुधवार 7 अगस्त 2024 को कहा कि उनकी कंपनी वृद्धि के अगले स्तर के लिए पूरी तरह से तैयार है और उसका बही-खाता मजबूत है. उन्होंने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पूंजीगत व्यय के पिछले दौर के बाद कंपनी ने अपने बही-खाते को मजबूत किया है. मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में नेट-जीरो उत्सर्जन से लेकर ट्रू 5जी नेटवर्क और खुदरा कारोबार से जुड़ी योजनाओं की रूपरेखा भी पेश की है.
अस्थिरता के दौर में चमक रहा है भारत रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया में अस्थिरता और अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है. ऐसी विषम परिस्थिति में भी भारत स्थिरता और समृद्धि के प्रकाश-स्तंभ के तौर पर चमक रहा है. उन्होंने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पूंजीगत व्यय के पिछले दौर के बाद अपने बही-खाते को मजबूत कर लिया है और वृद्धि के अगले स्तर के लिए तैयार है.
रिलायंस जियो ने भारत को डिजिटली किया मजबूत मुकेश अंबानी ने आगे कहा कि साल 2016 में जियो 4जी मोबाइल सेवाओं की शुरुआत ने डेटा के लिहाज से अंधकारपूर्ण भारत को डेटा-समृद्ध देश में बदल दिया. इससे हर भारतीय घर को किफायती और हाई-स्पीड वाला 4जी डेटा मिलने लगा. उन्होंने कहा कि इस साल जियो ने विश्व रिकॉर्ड समय में पूरे भारत में अपने ट्रू 5जी नेटवर्क को शुरू कर देश के डिजिटल बुनियादी ढांचे को और मजबूत किया है.
अर्थव्यवस्था की जरूरतें पूरी करने को तैयार रिलायंस रिटेल खुदरा कारोबार के बारे में उन्होंने कहा कि भारत के सबसे बड़े खुदरा विक्रेता के रूप में रिलायंस रिटेल तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की खपत की जरूरतें पूरी करने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा कि रिलायंस रिटेल के उत्पादों की व्यापक शृंखला को लोग पसंद कर रहे हैं. कंपनी किराने से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों को घर-घर तक पहुंचाने के साथ छोटे स्वदेशी दुकानदारों और किराना दुकानदारों का समर्थन भी कर रही है.
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रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप सबसे अधिक बाजार मूल्यांकन के हिसाब से रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे बड़ी कंपनी है. उसने पिछले दशक में तेल और रसायन के अपने मुख्य कारोबार के साथ दूरसंचार, खुदरा और वित्त कारोबार को भी जोड़ा है. अब यह 2035 तक अपने परिचालन से नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन को लक्ष्य बनाकर हरित मार्ग पर आगे बढ़ रही है.
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