Press "Enter" to skip to content

Mixed Farming Technique : किसानों को मालामाल बना देगा यह खेती का तरीका, पूरे साल होगी कमाई

Mixed farming : किसान भाइयों के लिए एक ऐसी तकनीक मार्केट में आई है, जिसका प्रयोग कर आसानी से लाखों कमाए जा सकते हैं. मिक्सड फार्मिंग तकनीक अपनाने से किसानों को वास्तव में बहुत फायदा हो रहा है. अच्छी बात यह है कि इस तकनीक से किसानों की आय बढ़ी है और नुकसान कम हुआ है. किसानों को बाहरी बाजारों पर अधिक निर्भर हुए बिना एक स्थिर आय प्राप्त करने में मदद मिलती है. साथ ही, उन्हें लगातार कहीं और से खाद, कीटनाशक या बीज खरीदने की ज़रूरत नहीं पड़ती. इसके अलावा, सहकारी समितियों के निर्माण से उत्पादों को सीधे ग्राहकों को बेचना आसान हो गया है. इन परिवर्तनों के कारण, किसानों की आय दोगुनी या चौगुनी हो गई है.

ट्रेंड में है मिक्सड और प्राकृतिक खेती वर्तमान में किसान प्राकृतिक खेती (natural farming) और मिश्रित खेती (mixed farming) दोनों ही तकनीकों को अपना रहे हैं. मिश्रित खेती में एक ही जमीन पर कई तरह की फसलें उगाना शामिल है, न कि सिर्फ एक फसल पर ध्यान केंद्रित करना. कई फसलें उगाने के अलावा, किसान फलदार पेड़ों के साथ-साथ कई तरह की सब्ज़ियाँ भी उगा रहे हैं. इसके अलावा, कई पेड़ों पर छोटे पैमाने पर मधुमक्खी पालन की गतिविधियाँ भी की जा रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप शहद का उत्पादन होता है और पैसा भी ज्यादा आता है.

Also Read : Railway : पटरियों पर दौड़ते इतिहास बताती है भारत की सबसे पुरानी ट्रेन, जानिए क्या है कहानी

पूरे साल कर सकते हैं खेती (Mixed Farming) मिश्रित खेती की सबसे बढ़िया बात यह है कि किसान सिर्फ एक सीजन के बजाय पूरे साल पैसे कमा सकते हैं. जब फलों का मौसम होता है, तो किसान उन्हें साप्ताहिक रूप से बेचकर आय प्राप्त कर सकते हैं, और जब फलों का मौसम नहीं होता है, तो वे रोजाना सब्जियां बेचने पर भरोसा कर सकते हैं. ग्राहकों को सीधे बेचकर और प्राकृतिक खेती की तकनीकों का उपयोग करके, ये किसान अपने उत्पादों के लिए बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकते हैं और अपनी आजीविका का समर्थन करने के लिए एक स्थिर आय प्राप्त कर सकते हैं.

Also Read : राशन कार्ड से जुड़े ये जरूरी काम करा लें जल्दी, वर्ना नहीं मिलेगी रोटी

More from बिजनेसMore posts in बिजनेस »

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *