Wednesday, 19 June 2013 15:21 लास à¤à¤‚जिलिस। à¤à¤• नये अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ में दावा किया गया है कि अगर आप à¤à¤°à¤ªà¥‚र नींद लेते हैं तो आप में टाइप ..2 मधà¥à¤®à¥‡à¤¹ होने का जोखिम काफी कम हो जाता है।
लास à¤à¤‚जिलिस बायोमेडिकल रिसरà¥à¤š इसà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट के अनà¥à¤¸à¤‚धानकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने पाया कि सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹à¤¾à¤‚त में तीन रात की अचà¥à¤›à¥€ नींद काफी हद तक इंसà¥à¤²à¤¿à¤¨ की सकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ बढा देती जिसके न बनने अथवा शरीर पर उसकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ नहीं होने से यह बीमारी होती ।
पà¥à¤°à¤®à¥à¤– अनà¥à¤¸à¤‚धानकरà¥à¤¤à¤¾ डा. पीटर लिउ ने बताया à¥à¤° ‘‘ हम सà¤à¥€ जानते हैं कि परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नींद जरूरी है लेकिन अधिक काम की वजह से समय नहीं निकाल पाते । हमारे अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ में पाया गया कि नींद के घंटे बढा देने से शरीर के इंसà¥à¤²à¤¿à¤¨ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ बढती है और पà¥à¤°à¥Œà¤¢ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में टाइप..2 मधà¥à¤®à¥‡à¤¹ का जोखिम कम हो जाता है ।’’
इंसà¥à¤²à¤¿à¤¨ किसी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के रकà¥à¤¤ में शरà¥à¤•à¤°à¤¾ के सà¥à¤¤à¤° को नियमित करने के लिये जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° है । टाइप..2 मधà¥à¤®à¥‡à¤¹ के मरीज का शरीर उससे निकलने वाले इंसà¥à¤²à¤¿à¤¨ का कारगर ढंग से इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² नहीं करता अथवा इंसà¥à¤²à¤¿à¤¨ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ नहीं करता ।
लिउ ने कहा à¥à¤° ‘‘अचà¥à¤›à¥€ खबर है कि पà¥à¤°à¥Œà¤¢ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जो अधिक काम की वजह से परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नहीं सो पाते हैं à¥à¤° वे अगर सोने के घंटे बढा दें तो यह जोखिम कम हो सकता
है । ’’
à¤à¤¾à¤·à¤¾ आपके विचार
पर्याप्त नींद से बचा जा सकता है मधुमेह से
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