विस्तार भोपाल जिले में एक अनाथ नाबालिग लड़की ने जिससे मदद मांगी, उसी ने उसका शारीरिक शोषण किया। इतना ही नहीं, ड्रग्स और शराब की लत तक लगा दी। करीब ढाई साल तक तीन अलग-अलग लोगों ने उसके साथ रेप किया। इनमें एक तो उसकी सहेली का भाई है।
बता दें कि पीड़िता ने शिकायत भी की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे आहत होकर वह डिप्रेशन में चली गई और उसने सुसाइड की कोशिश भी की। वह प्रोफेसर कॉलोनी स्थित निर्भया बालिका संप्रेक्षण गृह की अधीक्षिका को आपबीती सुनाई। वह भी दंग रह गईं। अधीक्षिका उसे कोलार थाने लेकर पहुंचीं, जहां पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
पीड़िता के मुताबिक, साल 2014 में उसकी उम्र करीब नौ साल थी। वह कोलार क्षेत्र की रहने वाली है। साल 2014 में ही उसके माता-पिता की मौत हो गई थी। उसके बाद से वह अपने नानी के घर रहने लगी थी। एक दिन बिना बताए वह सहेली पूजा के घर चली गई और रात भी वहीं गुजारा। दूसरे दिन घर पहुंची तो नानी के यहां भाई ने उसे डांट दिया। चूंकि पूजा के भाई अंकित से दोस्ती हो गई थी, तो 19 जनवरी 2019 को वह उसके घर रहने चली गई। यहां वे पति-पत्नी की तरह रहने लगे। अंकित के परिवार वालों ने भी उसे बहू मान लिया। नवंबर 2019 में अंकित से झगड़ा हो गया और दोनों अलग हो गए।
इसके बाद अकबरपुर क्षेत्र की रहने वाली मेघा दीदी ने उसे मदद का भरोसा दिलाया। नौकरी दिलाने की बात कहकर वह अपने घर ले गई। दीदी ने नशे की लत लगाई। वह उसे शराब पिलाती थी और ड्रग्स भी देती थी। यहां रहते हुए विदिशा के रहने वाले कमलेश से उसकी पहचान हुई। जुलाई 2020 में कमलेश के साथ वह विदिशा जाकर रहने लगी। उसने भी शादी का झांसा देकर उससे संबंध बनाए। यहां भी पति-पत्नी की तरह वे रहते थे। कमलेश ने उसे भोपाल आने से मना कर दिया था।
कुछ दिन बाद फरवरी 2021 में वह भागकर भोपाल आ गई। बैरागढ़ में मेघा की छोटी बहन आशा दीदी के पास आकर रहने लगी। यहां रहकर एक रेस्टॉरेंट में भी नौकरी करने लगी। यहां उसकी मुलाकात बैरागढ़ के रहने वाले राहुल से हुई। राहुल ने भी मदद का झांसा दिया। 15 अप्रैल 2021 से वह राहुल के साथ रहने लगी। उसके साथ भी पति-पत्नी जैसा रिश्ता था।
बाद में राहुल से भी झगड़ा हुआ, तो 19 मई 2021 को वह वहां से चली गई। तीनों से ठुकराने के चलते वह डिप्रेशन में चली गई थी। रास्ते में पुलिस चाइल्ड लाइन ने उसे रोक लिया। पूछताछ के बाद जेपी अस्पताल स्थित गौरवी संस्था पहुंचा दिया। यहां से नेहरू नगर स्थित बालिका संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया। नवंबर 2021 में निर्भया बालिका गृह भेज दिया गया। तब से यही रह रही है। यहां अधीक्षिका समर खान को आपबीती बताई।
निर्भया गृह की अधीक्षिका समर खान ने बताया, लड़की डिप्रेशन में चली गई थी। उसे लग रहा था कि वह ही गलत है। उसने पूजा घर से तस्वीरों को तोड़कर कांच निकाल लिए। इसके बाद हाथ की नस काटकर सुसाइड की कोशिश की। बालिका गृह में रहने के दौरान सभी लड़कियों को पॉक्सो और उनके अधिकारों को लेकर बताया जाता है। इसी बीच, लड़की ने अधीक्षिका को पीड़ा सुनाई।
अधीक्षिका ने बताया, लड़की का हमीदिया में इलाज भी कराया गया है। पूछताछ में लड़की ने बताया, मेघा ने उसे नशे की लत लगा दी। वह शराब और ड्रग्स देती थी। उसी ने ही विदिशा के कमलेश से दोस्ती कराई थी। इसके बाद उसकी छोटी बहन ने अपने पास रखकर राहुल से दोस्ती करा दी। आरोपियों के बारे में भी पुलिस पता लगा रही है। मेघा ब्यूटी पार्लर चलाती है।
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