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राष्ट्रीय

भारत रत्न प्रणव मुखर्जी अब इस दुनिया में नहीं हैं, वो भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ के कद्दवार नेता थे। राजनीतिक विरोधी उनके प्रशंसक थे, तो जिस पार्टी में वो रहे उनके लिए वो संकट-मोचक थे। भारत के 13वें राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के जीवन में प्रधानमंत्री…
शास्त्रीय संगीत हिंदुस्तान की आत्मा है और इस आत्मा के अमिट हस्ताक्षर थे पंडित जसराज जो अब हमारे बीच नहीं हैं। शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में वो बेगम अख़्तर की गायकी के कारण आए, उनकी गायकी पंडित जी के लिए प्रेरणा थी। बेगम अख्त़र जिनका मूल नाम अख़्तरी बाई फ़ैज़ाबादी…
देश में कई समस्याएं हैं, उन समस्याओं का निवारण भी है लेकिन जो निवारण हैं, वो समय के साथ समस्या भी बन जाते हैं और इन्हें हल करने के लिए कोशिश की जाती है। चूंकि समस्या बड़ी होती है तो, यह कोशिश सरकार द्वारा की जाताी है। ऐसी ही एक…

नई शिक्षा नीति : भाषा की राजनीति, सही या गलत?

प्रतीकात्मक चित्र। डॉ. वेदप्रताप वैदिक। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई.के. पलानीस्वामी ने नई शिक्षा नीति के विरुद्ध झंडा गाड़ दिया है। उन्होंने कहा है कि तमिलनाडु के छात्रों पर हिंदी नहीं लादी जाएगी। वे सिर्फ तमिल और अंग्रेजी पढ़ेंगे। उनके इस कथन का समर्थन कांग्रेस समेत सभी तमिल दलों ने कर…

नई शिक्षा नीति : कुछ नई शंकाएं, जिनका निवारण अभी भी संभव

डॉ. वेदप्रताप वैदिक। नई शिक्षा नीति में मातृभाषाओं को जो महत्व दिया गया है, उसमें भी मुझे चार व्यावहारिक कठिनाइयां दिखाई पड़ रही हैं। पहली, यदि छठी कक्षा तक बच्चे मातृभाषा में पढ़ेंगे तो सातवीं कक्षा में वे अंग्रेजी के माध्यम से कैसे निपटेंगे? दूसरी, अखिल भारतीय नौकरियों के कर्मचारियों…

नई शिक्षा नीति : नया कुछ नहीं, शारीरिक और नैतिक शिक्षा गायब?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक। नई शिक्षा नीति का सबसे पहले तो इसलिए स्वागत है कि उसमें मानव-संसाधन मंत्रालय को शिक्षा मंत्रालय नाम दे दिया गया। मनुष्य को ‘संसाधन’ कहना तो शुद्ध मूर्खता थी। जब नरसिंहराव जी इसके पहले मंत्री बने तो मैंने उनसे शपथ के बाद राष्ट्रपति भवन में कहा कि…

नई शिक्षा नीति : शिक्षा पर कितना खर्च करेगा भारत?

अखिल पाराशर, बीजिंग, चीन। भारत की केंद्र सरकार ने देश की नई शिक्षा नीति को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है। इस साल जो शिक्षा नीति आई है यह भारत के इतिहास में तीसरी शिक्षा नीति…

दुर्दशा : जब ऐसे परिणाम आएंगे, तो हिंदी कैसे बनेगी ‘राष्ट्रभाषा’?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक। भारत में उत्तरप्रदेश हिंदी का सबसे बड़ा गढ़ है लेकिन देखिए कि हिंदी की वहां कैसी दुर्दशा है। इस साल दसवीं और बारहवीं कक्षा के 23 लाख विद्यार्थियों में से लगभग 8 लाख विद्यार्थी हिंदी में अनुतीर्ण हो गए। डूब गए। जो पार लगे, उनमें से भी…

परिपक्वता : ‘भारत-चीन-नेपाल’ की तिकोनी कूटनीति

डॉ. वेदप्रताप वैदिक। इधर कोरोना से भारत निपट ही रहा है कि उधर चीन और नेपाल की सीमाओं पर सिरदर्द खड़ा हो गया है लेकिन संतोष का विषय है कि इन दोनों पड़ोसी देशों के साथ इस सीमा-विवाद ने तूल नहीं पकड़ा। हमारे कुछ अतिउत्साही टीवी चैनल और अखबार कुछ…

टिड्डी दल : उनके बारे में वो सब कुछ, जो आप जानना चाहते हैं

पहले कोरोना वायरस और अब टिड्डियों का दल। ये दोनों ही आपदाएं किसान को बड़े पैमाने नुकसान पहुंचा रही हैं। कोविड 19 के कारण जहां, देश में मंदी छाई हुई तो टिड्डी दल के कारण जो किसान ने बोया वो संकट में आ गया है। इस कीट के कारण किसान…

लिपुलेख सीमा विवाद : छोटी सी सड़क और काफी कहा-सुनी

चित्र : पिथौरागढ़ और नेपाल की सीमा पर लिपुलेख तक जाती सड़क। डॉ. वेदप्रताप वैदिक। भारत और नेपाल के बीच एक छोटी-सी सड़क को लेकर काफी कहा-सुनी चल पड़ी है। यह सड़क पिथौरागढ़ और नेपाल की सीमा पर है। यह लिपुलेख के कालापानी क्षेत्र से होती हुई सीधी कैलाश-मानसरोवर तक…

इंटरव्यू : चीन में वुहान इंस्टीट्यूट की प्रमुख का ‘कोविड 19’ के बारे में बड़ा खुलासा

चित्र : चाइना मीडिया ग्रुप/वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की प्रमुख महामारीविद् शी चंगली। नोवल कोरोनो वायरस महामारी, जिसे कोविड-19 के रूप से भी जाना जाता है, जब से दुनिया में फैली है, तब से सभी का निगाहें वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पर आकर रुक सी गई हैं। कोरोना वायरस ने…

सलाह : इस वजह से, भारत को अपनी खिड़की तालिबान के लिए खुली रखनी होगी

डॉ. वेदप्रताप वैदिक। लेखक अफगान मामलों के विशेषज्ञ हैं और सभी अफगान खेमों के नेताओं से उनका सीधा संपर्क है। अफगानिस्तान के तालिबान संगठन ने भारत के प्रति अपने रवैए में एकदम परिवर्तन कर दिया है। पाकिस्तान के लिए तो यह एक बड़ा धक्का है लेकिन यह रवैया हमारे विदेश…

होली विशेष : यहां जानें, दुनियाभर में कैसे मनाया जाता है रंगोत्सव

रंग, उमंग और खुशियों का त्योहार ‘होली’। जब आती है तो रंगों के साथ गिले-शिकवे दूर करने का मौका भी लाती है। इस दिन लोग रंग में रंगे हुए हाथों से, जब एक दूसरे को मिठाई खिलाते हैं, तो आपसी सौहार्द का ये दृश्य देखते ही बनता है। होली, होलिका…

अरब की बात : सउदी अरब में तख्ता-पलट? क्यों दिलाता है दाराशिकोह की याद!

डॉ. वेदप्रताप वैदिक। सउदी अरब के राज-परिवार में जबर्दस्त उथल-पुथल मची हुई है। बादशाह सलमान 84 साल के हो गए हैं। वे अस्वस्थ भी रहते हैं। राज-परिवार के कई शाहजादों में बादशाहत की होड़ लगी हुई है। इस समय जिन्हें युवराज बना रखा है, वे हैं, बादशाह सलमान के बेटे…