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राष्ट्रीय

डॉ. वेदप्रताप वैदिक। काला धन छिपाने और टैक्स चोरी करने के कई तरीके हैं लेकिन जब आपके हाथों अरबों-खरबों आ जाएं तो आप कुछ ऐसे तरीके अपनाते हैं कि आप सरकार की पकड़ के बिल्कुल बाहर हो जाएं। इनमें आजकल सबसे ज्यादा पसंदीदा तरीका यह है कि आप अपना सारा…
प्रतीकात्मक चित्र। डॉ. वेदप्रताप वैदिक। दिल्ली के ‘सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च’ ने एक महत्वपूर्ण शोध-पत्र प्रकाशित किया है, जो हमारी वर्तमान भारतीय सरकार के लिए उत्तम दिशा-बोधक हो सकता है। इस सेंटर की स्थापना डॉ. पाई पणंदीकर ने की थी। यह शोध-केंद्र मौलिक शोध और निर्भीक विश्लेषण के लिए जाना…
चित्र : काठमांडू, नेपाल में साल 2014 में हुए 18वें सार्क शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में सार्क नेता। इसके बाद सामुहिक सभी देशों के साथ सार्क सम्मेलन नहीं हुआ। डॉ. वेदप्रताप वैदिक। दक्षेस (सार्क) के विदेश मंत्रियों की जो बैठक न्यूयार्क में होने वाली थी, वह स्थगित हो गई…

लोकतंत्र : …तो क्या बीजेपी और कांग्रेस का चुनावी पैंतरा ‘शुद्ध जातिवाद’ है?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक। क्या इस प्रक्रिया के पीछे छिपे गहरे अर्थ को हम समझ पा रहे हैं? किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए यह काफी चिंता का विषय है।लोकतंत्र के स्वास्थ्य के लिए यह शुभ नहीं है। पंजाब, गुजरात, उत्तराखंड और कर्नाटक में जिस तरह मुख्यमंत्री बदले गए हैं। इन…

त्रासदी : 9-11 से जुड़े ये 9 सवाल, जिनके जवाब सिर्फ यहां हैं

चित्र : अमेरिका इतिहास का वो दृश्य जब अमेरिका के विश्व प्रसिद्ध वर्ल्ड ट्रेड टॉवर और पेंटागन को निशाना बनाया। अमेरिकी इतिहास में 9/11 यानी 11 सितम्बर 2001 एक दु:खद त्रासदी है, जब अल कायदा के आतंकवादियों ने, यात्री विमानों को मिसाइल की तरह इस्तेमाल करते हुए अमेरिका के विश्व…

तर्कसंगत : अफगानिस्तान में ‘इस्लामी लोकतंत्र’ का समाधान है ‘लोया जिरगा’!

चित्र : अफगानिस्तान का काबुल शहर। डॉ. वेदप्रताप वैदिक, लेखक, अफगान मामलों के विशेषज्ञ हैं। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को एकदम मान्यता देने को कोई भी देश तैयार नहीं दिखता। इस बार तो 1996 की तरह सउदी अरब और यूएई ने भी कोई उत्साह नहीं दिखाया। अकेला पाकिस्तान ऐसा दिख…

प्रतिक्रिया : बेलगाम ‘बोलने-लिखने’ पर रोक, क्या संभव है?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक, लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने वेब पोर्टल्स और यू-ट्यूब चैनलों पर चल रहे, ‘निरंकुश स्वेच्छाचार’ पर बहुत गंभीर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि संचार के इन माध्यमों का इतना जमकर दुरुपयोग हो रहा है कि उससे सारी दुनिया में भारत की छवि…

परंपरा : विवाह में धर्म का हस्तक्षेप, कितना सही?

प्रेम विवाह से बड़ा दुनिया में कोई विवाह नहीं हो सकता। उससे बड़ा कोई धर्म-विवाह नहीं हो सकता। चित्र सौजन्य : द वीडियो वाला। डॉ. वेदप्रताप वैदिक। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भारत के मुसलमानों के नाम आज एक अपील जारी करके कहा है कि वे किसी गैर-मुस्लिम…

अकादमी : तिब्बती बौद्ध धर्म का वो स्थल जहां मिलते हैं, ‘संस्कार’

चित्र : तिब्बत बौद्ध धर्म अकादमी। अखिल पाराशर, ल्हासा/तिब्बत। तिब्बत के छूशुई काउंटी में स्थित तिब्बत बौद्ध धर्म अकादमी का निर्माण 18 अक्टूबर, 2008 में शुरू हुआ और सितंबर, 2011 को बनकर तैयार हो गया। इसका कुल निर्माण क्षेत्र 30,800 वर्ग मीटर है। यहां बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों के लिए…

कला : जहरीला है ‘तिब्बती कागज’ जो हजारों साल तक नहीं होता खराब

चित्र : तिब्बती कागज। अखिल पाराशर, ल्हासा/तिब्बत। चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में कागज बनाने की कला और संस्कृति सदियों से चली आ रही है। तिब्बती कागज की गुणवत्ता अन्य कागजों की तुलना में बेहद खास और अच्छी है। जैसे-जैसे तिब्बती समाज का विकास होता गया, वैसे-वैसे तिब्बत के विभिन्न…

संघर्ष – टिप्पणी > 1 : तिब्बत और चीन, ‘चुप्पी तोड़ने का समय’

चित्र सौजन्य: जोखांग तेनप्लुआ/ट्रिपोटो। माइकल वान वाल्ट प्राग और माइक बोल्तजेस। लेखक, कैलीफोर्निया (यूएसए) में रहते है, वह आधुनिक अंतराष्ट्रीय संबंध और कानून विशेषज्ञ हैं। चीन ने तिब्बती लोगों की इच्छा के विरुद्ध तिब्बत पर कब्जा कर लिया है। इस संघर्ष में तिब्बत में तीन पीढ़ियां गुजर चुकी हैं। तिब्बत…

विवाद – टिप्पणी > 2 : क्या ‘चीन-तिब्बत संघर्ष’, चीन का आंतरिक मामला है?

चित्र सौजन्य : चीन द्वारा विभाजित तिब्बत/ फ्री तिब्बत। माइकल वान वाल्ट प्राग और माइक बोल्तजेस। लेखक, कैलीफोर्निया (यूएसए) में रहते है, वह आधुनिक अंतराष्ट्रीय संबंध और कानून विशेषज्ञ हैं। तिब्बत कब्जा किया हुआ देश है और चीन-तिब्बत संघर्ष अंतरराष्ट्रीय विवाद का विषय है, न कि चीन का आंतरिक मामला।…

संघर्ष – टिप्पणी > 3 : चीन-तिब्बत विवाद, ‘क्यों है अंतरराष्ट्रीय मामला’!

चित्र सौजन्य : विकिपीडिया/ 1914 में शिमला समझौते के दौरान तिब्बती, ब्रिटिश और चीनी अधिकारी। माइकल वान वाल्ट प्राग और माइक बोल्तजेस। लेखक, कैलीफोर्निया (यूएसए) में रहते है, वह आधुनिक अंतराष्ट्रीय संबंध और कानून विशेषज्ञ हैं। चीन-तिब्बत संघर्ष को लेकर, सन् 1914 में हुए शिमला समझौते से निकले प्रस्ताव को…

समाधान – टिप्पणी > 4 : यदि ये संभव है, तो खत्म हो सकता है, ‘तिब्बत-चीन संघर्ष’!

चित्र सौजन्य : लव एंड रोड/ तिब्बत में, एक नई सुबह। माइकल वान वाल्ट प्राग और माइक बोल्तजेस। लेखक, कैलीफोर्निया (यूएसए) में रहते है, वह आधुनिक अंतराष्ट्रीय संबंध और कानून विशेषज्ञ हैं। बीजिंग तिब्बत में अपने जबरदस्त अतिक्रमण को कानूनी तौर पर सही ठहराने और इसका औचित्य पूरी दुनिया को…

राजनीतिक संकट : अधर में ‘नेपाल की राजनीति’

डॉ. वेदप्रताप वैदिक। नेपाल की सरकार और संसद एक बार फिर अधर में लटक गई है। राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने अब वही किया है, जो उन्होंने पहले 20 दिसंबर को किया था यानी संसद भंग कर दी है और 6 माह बाद नवंबर में चुनावों की घोषणा कर दी है।…