भारतीय इतिहास के पन्नों को पलटें तो 9वीं शताब्दी में गुप्त काल में निर्मित दशावतार मंदिर के अवशेष और जैन मंदिर अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन मंदिरों की स्थापत्य, वास्तु और शिल्प कौशल देखते ही बनता है। उत्तरप्रदेश के ललितपुर जिले में है ‘देवगढ़’ जहां इन नायाब प्रतिमाओं को…
यात्रा
प्रकृति की सुरम्य वादियों से घिरा चंदेरी मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले का एक ऐतिहासिक शहर है। जब मोरक्को निवासी इब्नबतूता दिल्ली के सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक के समय भारत की यात्रा पर आया था, तब उसने अपने यात्रा वृतांत में चंदेरी के बारे में लिखा है यह नगर बहुत…
मुरैना मप्र का एक जिला जो दिल्ली के नजदीक है। दिल्ली में भारतीय संसद है, और यहां चौंसठ यौसठ योगिनी मंदिर इन दोनों इमारतों में बनावट काफी हद तक समान है। चौंसठ योगनी मंदिर काफी प्राचीन है और इसके डिजाइन को ही भारतीय संसद के निर्माण में उपयोग में लाया…
चंद्रमा के उपासक चंद्रवंशियों ने खजुराहो के मंदिरों की नींव रखी। ये चंद्रमा के उपासक होते थे। सूर्यउदय और सूर्यास्त के समय इन मंदिरों की सुंदरता देखते ही बनती है। इन दोनों समय में पत्थरों पर उकेरा गया स्थापत्य मन में बस जाता है। खजुराहो मप्र के छतरपुर जिले में…
मध्य प्रदेश का महेश्वर जिसे प्राचीन काल में महिष्मति के नाम से जाना जाता था, जो वर्तमान में खरगोन जिले में है। इंदौर से 91 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह शहर नर्मदा नदी के उत्तरी तट पर स्थित है। ऐतिहासिक नगर महेश्वर पर्यटन के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है।…
बौद्ध धर्म की धार्मिक नगरी और मप्र में विश्व पर्यटन का केंद्र सांची स्तूप यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थलों के सूची में शामिल है। यह मप्र की राजधानी भोपाल से 52 किमी दूर स्थित है। सांची पर्यटन स्थल रायसेन जिले में आता है। मौर्य सम्राट अशोक ने सांची में ‘स्तूप’…
प्रकृति की हरी चादर ओढ़े मांडू बाज बहादुर और रानी रूपमती के प्रेम की मिसाल पेश करता है। मांडू के महल को बाज बहादुर ने अपनी रानी के लिए बनवाया था। महल पत्थर की चट्टानों पर बना है जिसकी ऊंचाई 400 मीटर है। कहते हैं यहां पर रानी रूपमती सुबह…