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लाइफस्टाइल

चित्र : सीआरआई। श्याओ थांग, बीजिंग, चीन। चीन का इतिहास सदियों पुराना है, यदि हम बात हान राजवंश के करें तो छांगआन नगर प्राचीन चीन के पश्चिमी हान सम्राज्य (ईसा पूर्व दूसरी शताबदी से ईस्वी बाद पहली शताबदी तक) की राजधानी हुआ करता था, जिसकी स्थापना ईसा पूर्व 202 में…
अखिल पाराशर, ल्हासा/तिब्बत। तिब्बत का पठार दुनिया का सबसे ऊंचा पठार है। यहां मैदानी इलाकों की तुलना में हवा में ऑक्सीजन की मात्रा कम है। अमूमन देखा जाता है कि अधिकांश पर्यटकों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ऑक्सीजन की कमी के कारण तबीयत खराब हो जाती है। उनमें मस्तिष्क संबंधी…
अखिल पाराशर, ल्हासा/तिब्बत। तिब्बत, ‘छिंगहाई-तिब्बत पठार’ पर स्थित है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा पठार है। यहां प्रकृति की शांत-सुंदरता का आनंद लिया जा सकता है। तिब्बत उत्साही पर्यटकों के लिए सबसे आकर्षक यात्रा स्थलों में से एक बन गया है। इतना ही नहीं, यदि यहां कोई तीर्थ यात्रा में…

जोखांग मठ : 1300 साल पुराना वो मठ, जहां छिपे हैं कई रहस्य

चित्र : जोखांग मठ, तिब्बत। अखिल पाराशर, ल्हासा/तिब्बत। जोखांग मठ, तिब्बत की राजधानी राजधानी ल्हासा में स्थित एक प्रसिद्ध बौद्ध मठ है, जो विश्वभर से आए हजारों यात्रियों और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसका निर्माण 1300 साल पहले तिब्बत के राजा सोंगत्सेन…

बुद्ध पर्वत : ‘पोताला महल’ के बारे में, क्या ये तथ्य जानते हैं?

चित्र : पोताला महल/अखिल पाराशर। अखिल पाराशर, ल्हासा/तिब्बत। चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के ल्हासा शहर में स्थित पोताला महल की खूबसूरती की जितनी भी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। इसे तिब्‍बत के सबसे महत्‍वपूर्ण दर्शनीय स्‍थलों में गिना जाता है। यह आस्था का प्रमुख केंद्र है, साथ ही…

धरोहर : प्राकृतिक सौंदर्य, शांति और विरासत का संयोग है सांची

चित्र सौजन्य : विकीपीडिया। प्राकृतिक सौंदर्य, शांति और स्मृतियों को सदियों से संजोकर रखने वाली सांची वो ऐतिहासिक जगह है, जो भारत के मध्य, मध्यप्रदेश में मौजूद है। यूं तो सांची की ऐतिहासिक विरासत को बार-बार लिखा गया है लेकिन कुछ बातें अभी भी बताने और देखने के लिए यहां…

श्रीमद्भगवत् गीता : सोच बदलना है तो दृष्टिकोण बदलें

अमोघ लीला दास। निश्चित ही सकारात्मक सोचना बेहतर है लेकिन यह सोच तभी विकसित होगी, जब हम अपने दृष्टिकोण को बदलेंगे। दृष्टिकोण हम बदल सकते हैं। हम कैसे देखते हैं, कहां देखते हैं, यह इसके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। मान लीजिए हम किसी ऊंची इमारत के नीचे खड़े हैं। हम…

वर्चुअल यात्रा : कुछ इस तरह बनाया गया था दुनिया का सबसे बड़ा प्राचीन मंदिर

दुनिया में सनातन धर्म उतना ही पुराना है, जहां तक आपसी सोच पहुंच सकती है। लेकिन यहां हम 12वीं शताब्दी की बात करें तो उस समय अंकोरवाट मंदिर, दुनिया का सबसे बड़ा प्राचीन धार्मिक स्थल था। हिंदू धर्म के भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर विशाल परिसर में बना है,…

वर्चुअल यात्रा : यहां है, शाश्वत प्रेम की अनुपम इमारत का ‘अमिट इतिहास’

Picture courtesy: Aairpano मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम के लिए ताजमहल बनवाया। शाश्वत प्रेम का प्रतीक यह मकबरा दुनिया की सबसे सुंदर इमारतों में एक है। भारत के उत्तर में आगरा में सदियों से मौजूद यह मकबरा फारसी, इस्लामी और भारतीय स्थापत्य शैली की अनुपम इमारत है। 17वीं सदी…

त्योहार : दिल से मनाएं हर दिन दिवाली, जिंदगी में रहेगी खुशहाली

प्रतीकात्मक चित्र। दुनिया में जहां भी दिवाली के महत्व को लोग जानते हैं वो अपने पूरे परिवार के साथ इस त्योहार को मनाने के लिए तैयार रहते हैं। यह त्योहार ही कुछ ऐसा है दीपों का त्योहार, खुशियों का त्योहार और धन-वैभव-स्वच्छता का वो त्योहार जो दीपावली के नाम से…

शिक्षा : मन में होते हैं ‘राम’ सीखिए कैसे किया जाता है ‘रावण का अंत’

राम और रावण त्रेतायुग में जन्में दो चरित्र हैं, जिनके बारे में हमें महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण से जानकारी मिलती है। रामायण के बाद कई ओर रामायण अलग-अलग नाम से लिखी गईं, और संभव है भविष्य में भी लोग लिखते रहेंगे। राम को हमने भगवान के रूप में स्थापित…

बेस्ट ट्रैवल वेबसाइट : ये हैं वो वेबसाइट्स जो आपके हॉलीडे को बना देंगी एक दम झकास!

ऑनलाइन होटल बुक करना हो या फ्लाइट ये ऑनलाइन ट्रैवल वेबसाइट्स आपकी यात्रा आसान कर सकती है। इंटरनेट पर तमाम सर्च इंजन मौजूद हैं, जिनके जरिए आप ऐसी कई वेबसाइट्स से रू-ब-रू हो सकते हैं। लेकिन इन वेबसाइट्स की त्वरित सेवाओं के कारण ये आपका काफी पसंद आएंगी। मेक माई…

दर्शन : …तो क्या योग प्रथाओं के खिलाफ है अद्वैत?

प्रतीकात्मक चित्र। अद्वैत वेदांत दर्शन योग प्रथाओं के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह दर्शन यौगिक अभ्यास की बात करता है। यह एक गलत धारणा है कि अद्वैत मंत्र, प्राणायाम, पूजा और भक्ति जैसी अन्य आध्यात्मिक और यौगिक प्रथाओं के खिलाफ है, जो इसके दृष्टिकोण से कम मूल्य के रूप में…

दर्शन : रमण महर्षि क्यों कहे जाते हैं नव-अद्वैत के प्रणेता!

चित्र : रमण ऋषि अपने शिष्यों के साथ। रमण महर्षि की शिक्षाएं अमूमन नव-अद्वैत शिक्षकों के लिए प्रारंभिक बिंदु बनाती हैं, हालाकि, रामायण की शिक्षाओं की पृष्ठभूमि और पूर्ण दायरे को देखने के बजाय, केवल उनकी शिक्षाओं पर ही ध्यान केंद्रित किया जाता है जो सभी के लिए त्वरित प्राप्ति…

दर्शन : हर युग में मौजूद थे अद्वैत के सूत्रधार

चित्र : भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन, कुरुक्षेत्र की रणभूमि में। अद्वैत मुख्य रूप से अद्वैत वेदांत दर्शन का एक शब्द है, जो वेदांत की गैर-द्वैतवादी परंपरा है। यह वेदों, उपनिषदों और भगवान श्रीकृष्ण की श्रीमद् भगवद्गीता में निहित है, इसका सबसे विशिष्ट रूप आदि शंकराचार्य की शिक्षाओं में होता है,…