हनीमून शब्द पहली बार 16वीं सदी में प्रचलन में आया, जब रिचर्ड ह्यूलोट ने इसके बारे में विस्तार से बताया। लेकिन, कई लोगों का मानना है कि रिचर्ड से लगभग 4000 साल पहले बेबीलोन में शादी के बाद न्यू कपल एक खास तरह की रस्म निभाता था, जो काफी हद…
लाइफस्टाइल
प्रभु श्रीराम के अमिट भक्त हनुमानजी श्रीराम की तरह बेहतर कुशल प्रबंधक हैं। सदियों पहले महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण में इस बात का उल्लेख मिलता है। बाद में गोस्वामी तुलसीदास जी ने भी हनुमान जी के उन गुणों के बारे में श्रीरामचरितमानस में विस्तार से बताया है, जिनके आधार…
भारतीय इतिहास के पन्नों को पलटें तो 9वीं शताब्दी में गुप्त काल में निर्मित दशावतार मंदिर के अवशेष और जैन मंदिर अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन मंदिरों की स्थापत्य, वास्तु और शिल्प कौशल देखते ही बनता है। उत्तरप्रदेश के ललितपुर जिले में है ‘देवगढ़’ जहां इन नायाब प्रतिमाओं को…
भक्त और भगवान अध्यात्म के उस पहलु से जुड़े रहते हैं, जहां आस्था, विश्वास और उमंग की डोर उन्हें कभी अलग नहीं होने देती है। हम जिस भी रूप में अपने आराध्य को पूजते हैं, वह हमें उसी रूप में स्वीकार करते हैं। ऐसा तभी होता है, जब भक्त पूरे…
जो लोग ज्ञान के मार्ग पर चलते हैं, वे ऐसे लोग होते हैं जिनकी बुद्धि उन्हें किसी चीज पर विश्वास नहीं करने देती, न ही वे किसी चीज पर अविश्वास करते हैं। वेदों में ज्ञान के मार्ग पर चलने के लिए ज्ञान योग के अंतर्गत चार सिद्धांत बताए गए हैं।…
प्रकृति की सुरम्य वादियों से घिरा चंदेरी मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले का एक ऐतिहासिक शहर है। जब मोरक्को निवासी इब्नबतूता दिल्ली के सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक के समय भारत की यात्रा पर आया था, तब उसने अपने यात्रा वृतांत में चंदेरी के बारे में लिखा है यह नगर बहुत…
मुरैना मप्र का एक जिला जो दिल्ली के नजदीक है। दिल्ली में भारतीय संसद है, और यहां चौंसठ यौसठ योगिनी मंदिर इन दोनों इमारतों में बनावट काफी हद तक समान है। चौंसठ योगनी मंदिर काफी प्राचीन है और इसके डिजाइन को ही भारतीय संसद के निर्माण में उपयोग में लाया…
चंद्रमा के उपासक चंद्रवंशियों ने खजुराहो के मंदिरों की नींव रखी। ये चंद्रमा के उपासक होते थे। सूर्यउदय और सूर्यास्त के समय इन मंदिरों की सुंदरता देखते ही बनती है। इन दोनों समय में पत्थरों पर उकेरा गया स्थापत्य मन में बस जाता है। खजुराहो मप्र के छतरपुर जिले में…
मध्य प्रदेश का महेश्वर जिसे प्राचीन काल में महिष्मति के नाम से जाना जाता था, जो वर्तमान में खरगोन जिले में है। इंदौर से 91 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह शहर नर्मदा नदी के उत्तरी तट पर स्थित है। ऐतिहासिक नगर महेश्वर पर्यटन के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है।…