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लाइफस्टाइल

चित्र : भगवान हनुमान जी। सनातन धर्म में, हनुमान जी एक ऐसे देवता हैं, जिनकी शक्ति की महिमा अपरंपार है। वो श्रीराम भक्त हैं। वो आज्ञाकारी पुत्र हैं। दुनिया की सभी सात्विक बातें उनमें समाहित हैं। वो देवों के देव महादेव का भी अंश हैं। वो सब कुछ हैं। वो…
चित्र : स्वामी विवेकानंद। डॉ. डेविड फ्रॉली। स्वामी विवेकानंद ने अद्वैत वेदांत, योग, वेदांत और सनातन धर्म के आध्यात्मिक परिवर्तन को दुनिया में पहुंचाया, ताकि हर व्यक्ति अपनी प्रकृति के अनुरूप सत्य की खोज कर सके। 11 सितंबर, 1893 को शिकागो में विश्व धर्म संसद में दिए स्वामी विवेकानंद के…
चित्र सौजन्य : खजुराहो स्थित एक मंदिर के पत्थरों पर उकेरी गईं वास्तु कलाकृतियां। खजुराहो में, पत्थरों पर उत्कीर्ण की गई कामुक कलाकृतियों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है, लेकिन इन कलाकृतियों के बनाने के पीछे छिपे उद्देश्य का महत्व गंभीर और सार्थक है। यह कलाकृतियां मंदिर के बाहरी…

भीमबेटका : यहां देखें, दुनिया के सबसे पुराने शैलचित्र

भीमबेटका, चित्र सौजन्य : एमपी टूरिज्म दुनिया के सबसे पुराने शैलचित्र कहां हैं? तो इसका उत्तर होगा मध्य प्रदेश के भीमबेटका में, हो सकता है दुनिया में इससे भी पुराने शैलचित्र हों लेकिन हम यहां बात भीमबेटका के बारे में कर रहे हैं जिसे भीमबैठका भी कहा जाता है। मप्र…

परिणाम : हमेशा अपने कार्य को बेहतर तरह से कीजिए

प्रतीकात्मक चित्र। संत राजिन्दर सिंह, आध्यात्मिक गुरु। जीवन में ऐसा समय भी आता है जब अपनी ओर से बेहतरीन प्रयास करने पर भी हम परिणाम से संतुष्ट नहीं होते, या जब हमारे प्रयास उन लोगों के द्वारा ही सराहे नहीं जाते जिनकी हम सहायता करने की कोशिश कर रहे होते…

त्याग : कुछ इस तरह लक्ष्य प्राप्त करने में ‘रुकावट डालते हैं लगाव’

प्रतीकात्मक चित्र। संत राजिन्दर सिंह, आध्यात्मिक गुरु। स्थाई ख़ुशी को बाहरी संसार में पाया नहीं जा सकता। वो तो हमारे भीतर है। सच्ची ख़ुशी हमें तभी मिलती है जब हम अपने अंतर में समस्त ख़ुशियों के स्रोत अपनी आत्मा और परमात्मा के साथ जुड़ जाते हैं। एक समय की बात…

लालच : हर वक्त, वक्त बदलने की कोशिश में दौड़ता इंसान

संत राजिन्दर सिंह, आध्यात्मिक गुरु। क्या आपको ऐसा लगता है कि आपके दिन ऐसे गुज़रते हैं मानो आप एक ट्रैडमिल (व्यायाम की मशीन) पर दौड़ रहे हों और कहीं भी न पहुंच रहे हों? क्या आप दिन के अंत में बहुत अधिक थक जाते हैं, और फिर भी ऐसा महसूस…

दिनचर्या : रखें इन बातों का ध्यान, मिलेगा समस्याओं से समाधान

अध्यात्म ‘जीने के मार्ग’ पर चलने की राह दिखाता है और आध्यात्मिक प्रक्रिया जीवन और मृत्यु के बारे में नहीं होती बल्कि शरीर का जन्म व मृत्यु होती है। सरल शब्दों में कहें तो, आध्यात्मिक प्रक्रिया आपके बारे में होती है, जो कि न तो जीवन है और न ही…

नवरात्रि : मानवता को जीवंत और ‘आत्मा की अज्ञानता’ को दूर करने का अवसर

देवी मां के रूप में, मां दुर्गा मानवता को शांति और खुशी के एक नए युग में ले जाती हैं। लेकिन वह ऐसा अंधकार यानी नकारात्मक शक्तियों को समाप्त करने के बाद ही करती हैं, उनसे समझौता करके नहीं, उन्हें सांत्वना देकर या उन्हें खुश करके तो बिलकुल भी नहीं।…

नवरात्रि : भारतीय संस्कृति में, क्या है ‘दुर्गा’ का अर्थ

भारत दुनिया का एक ऐसा देश है, जहां स्त्री को देवी माना गया है। दुनिया का कोई भी देश स्त्री के संदर्भ में स्थायी श्रद्धा नहीं दिखाता, जितना भारत में है। यहां देवी यानी शक्ति और इस अमिट शक्ति को पर्व के रूप में मनाया जाता है, जिसे हम नवरात्रि…

कोलवा बीच : ये उनके लिए, जो ‘एडवेंचर के रोमांच’ से होना चाहते हैं रू-ब-रू

चित्र : कोलवा बीच, गोवा, भारत। कोलवा, दक्षिण गोवा में स्थित बीच है, जहां मौजूद सफेद रेत तट पर सुंदरता मन मोह लेता है, गोवा का यह लोकप्रिय तट मेनिनो जीसस की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। यहां का इतिहास और स्थापत्य देखते ही बनता है, कोलवा, बोगमालो समुद्र तट…

शाश्वत : ये है, श्री गणेश पूजन का ‘आध्यात्मिक महत्व’

चित्र : भगवान श्री गणेश। बुद्धि के देवता, जिनके दोनों हाथों में रत्नजड़ित आभूषण हैं। वह ईश्वर में सर्वप्रथम पूज्य हैं, जिनका आगमन हम गणेश चतुर्थी के रूप में इस पृथ्वी पर हर साल मनाते हैं। गणपति, आध्यात्मिक शक्ति और सर्वोच्च बुद्धि प्रदान करते हैं। उन्हें रिद्धि और सिद्धि के…

कोवलम बीच : 360 डिग्री एंगल से एक बेहतर ‘हनीमून डेस्टीनेशन’

चित्र सौजन्य : विकीपीडिया/कोवलम बीच। कोवलम का अर्थ है नारियल वृक्षों का समूह, केरल के तिरुवनंतपुरम में ‘कोवलम बीच’, साल 1930 के दशक की शुरुआत से ही पर्यटन का एक बड़ा केंद्र है, यह पहले भी था लेकिन इसे अंतराट्रीय पहचान इस समय मिली। कारण कई थे, लेकिन सबसे बड़ा…

अंश : क्या ‘धर्म में सत्य’ पाया जा सकता है?

प्रतीकात्मक चित्र। जे. कृष्णमूर्ति, आध्यात्मिक गुरु। एक प्रश्न अमूमन लोगों के मन में जरूर आता है और वो यह है कि सभी धर्म, सिद्धांत, विचार और विश्वास में सत्य के अंश मिलते हैं। उन्हें अलग करने का सही तरीका क्या है? दरअसल, असत्य, असत्य है, और आप असत्य को सत्य…

पवित्रता : क्या जीवन में कुछ पवित्र है, यदि ‘हां’ तो वो क्या है?

प्रतीकात्मक चित्र : जीवन में पवित्रतता। जे. कृष्णमूर्ति, आध्यात्मिक गुरु। क्या जीवन में कुछ पवित्र है? यह विचार या कहें प्रश्न आविष्कार द्वारा नहीं बनाया गया है, क्योंकि मनुष्य, अनंत काल से, हमेशा यह प्रश्न पूछता आया है। क्या इस भ्रम, दुख, अंधकार, भ्रम से परे, संस्थानों और सुधारों से…