राजस्थान इकाई के भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बुधवार को राज्य में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की और उस पर “तुष्टीकरण की राजनीति करने” का आरोप लगाया। करौली में पार्टी की जन आक्रोश यात्रा के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा: “अशोक गहलोत सरकार की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण, हिंदू नव वर्ष और रामनवमी पर निकाले गए जुलूसों पर बहुसंख्यक सदस्यों को निशाना बनाया गया और परेशान किया गया और पथराव किया गया।” करौली। हैरानी की बात है कि कांग्रेस सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।’
यात्रा के दौरान 000 किलोमीटर पैदल चलने वाले पूनिया ने कहा, “करौली, भीलवाड़ा, उदयपुर और जोधपुर जैसे कई जिलों में कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीति देखी गई।”भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ने आगे कहा, “दूसरी तरफ हिजाब के मुद्दे पर कोटा में प्रतिबंधित अराजकतावादी संगठन पीएफआई की रैली की इजाजत दी गई। यह कांग्रेस सरकार की तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति है। जनता राज्य के लोग 2023 में कांग्रेस को करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं और वे हमेशा के लिए कांग्रेस सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए तैयार हैं।उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार के तहत राज्य में अराजकता और अपराध लगातार बढ़ा है।
“कांग्रेस के राज में कर्जमाफी के नाम पर किसानों से झूठे वादे करने के अलावा 18, से ज्यादा किसानों की जमीनें ली जा चुकी हैं। नीलामी की, जिससे राज्य के किसान अवसाद में हैं और उनमें से कुछ ने तो कई जिलों में आत्महत्या कर ली है।”–आईएएनएस
आर्क/पीजीएच
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