दसवीं के बाद 11वीं में कौन सा विषय लिया जाए ताकि बेहतर भविष्य की नींव रख सकें? यह प्रश्न उन सभी स्टूडेंट्स के मन में रहता है। ध्यान रखें बेहतर भविष्य की नींव बेहतर निर्णय के कारण ही होती है। 10वीं के बाद आपके सब्जेक्ट का चुनाव आपको एक दिशा प्रदान करता है।
ऐसे में सबसे पहले खुद से पूछें कि आप किस प्रोफेशन में करियर बनाना चाहते हैं, इसके बाद अपने पेरेंट्स और टीचर्स से इस बारे में सलाह लें और उस विषय का चुनाव करें जो आपको आपके पसंदीदा प्रोफेशन की ओर बढ़ने में पहला कदम साबित होगा।
उदाहरण के तौर पर आप इंजीनियर बनना चाहते हैं, तो बेहतर है आपको 11वीं में मैथ्स सब्जेक्ट को लेना होगा। इसके जरिए अपनी मंजिल की ओर निकल पड़ेंगे। वहीं कॉमर्स में जाने का मन बना चुके स्टूडेंट्स चार्टर्ड अकाउंटेंसी, बैंकिंग, इन्वेस्टमेंट, इंश्योंरेंस, कंपनी सेक्रेटरी और स्टॉक मार्केट में शानदार करियर की राह तलाश सकते हैं।
शार्ट टर्म कोर्स के लिए बेहतर है डिप्लोमा
10वीं के बाद जॉब के लिए डिप्लोमा भी कर सकते हैं। यह डिप्लोमा छह माह से लेकर तीन साल तक के होते हैं, ऐसे कई डिप्लोमा पाठ्यक्रम निजी क्षेत्रों के साथ-साथ सरकारी क्षेत्रों में नौकरी दिलाने में मददगार होते हैं। इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारकों को भारतीय रेलवे और कई सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनियां जूनियर इंजीनियर, टेक्नीशियन आदि के रूप में करियर बनाने का मौका देती हैं।
इन विषयों से कर सकते हैं डिप्लोमा
गारमेंट टेक्नोलॉजी, लेदर टेक्नोलॉजी, मरीन इंजीनियरिंग, प्लास्टिक टेक्नोलॉजी, डिप्लोमा इन आर्किटेक्चर, डिप्लोमा इन एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग, डिप्लोमा इन फैशन डिजाइन, डिप्लोमा इन अपेरल डिजाइन, डिप्लोमा इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, डिप्लोमा इन मेडिकल लैब और डिप्लोमा इन लाइब्रेरी एंड इनफॉरमेशन साइंस।
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