विस्तार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि वह 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी दलों को एकजुट करना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश के फूलपुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी की सभी अटकलों को खारिज कर दिया।
आगे नीतीश कुमार ने कहा कि ये केवल अटकलें हैं और इस तरह की बातचीत का कोई आधार नहीं है। मुझे ऐसी रिपोर्टों के स्रोत का भी पता नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे केवल 2024 के संसदीय चुनावों से पहले सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में दिलचस्पी है। नीतीश कुमार ने कहा कि मैं जो कुछ भी कर रहा हूं, वह तेजस्वी यादव जैसे लोगों के लिए युवा पीढ़ी के लिए है।
ललन सिंह ने किया दावा
जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने शनिवार को कहा था कि लोकसभा चुनाव उम्मीदवार के रूप में हमारे सीएम के लिए सबसे ज्यादा मांग फूलपुर से हो रही है। जद (यू) प्रमुख ने यह भी कहा था कि नीतीश, अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठजोड़ करके, उत्तर प्रदेश में अजेय भाजपा को हरा सकते हैं।
ललन सिंह ने दावा किया था कि अगर नीतीश और अखिलेश एक साथ आते हैं, तो भाजपा, जिसने अपने सहयोगी अपना दल के साथ 2019 में यूपी में 64 लोकसभा सीटें जीती थीं, को 20 से कम पर समेटा जा सकता है।
विपक्षी पार्टियों की रैली में शामिल होंगे नीतीश कुमार
25 सितंबर को हरियाणा में होने जारी विपक्षी नेताओं की रैली में शामिल होने को लेकर सीएम नीतीश से सवाल पूछा गया तो उन्होंनें कहा कि निश्चित रूप से! मैं 25 सितंबर को हरियाणा में इंडियन नेशनल लोक दल की जनसभा में भाग लूंगा। राजद नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मेरे साथ शामिल होंगे।
जगदानंद सिंह फिर चुने गए राजद के बिहार अध्यक्ष
जगदानंद सिंह मंगलवार को लगातार दूसरी बार सत्तारूढ़ राजद की बिहार इकाई के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए। चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर तनवीर हसन ने कहा कि पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद के करीबी माने जाने वाले जगदानंद सिंह ने ही इस पद के लिए नामांकन दाखिल किया था।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख थी। चूंकि जगदानंद सिंह ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया, इसलिए उन्हें पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया।
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