विस्तार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार सुबह 7 बजे अधिकारियों की बड़ी बैठक बुलाई। बैठक में बिलाबॉन्ग स्कूल दुष्कर्म केस, लंपी वायरस को लेकर अधिकारियों को तलब किया गया। मुख्यमंत्री ने बिलाबॉन्ग स्कूल मामले में डीजीपी और जिला प्रशासन ने अब तक हुई कार्रवाई की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने पूछा कि स्कूल बस में कौन ड्राइवर और आया रख रहे है यह समय समय पर चेक करते है कि नहीं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह बिल्कुल नहीं चलेगा कि कोई प्रभावशाली व्यक्ति है तो हम बात ही नहीं करेंगे। सभी को बुलाइये। स्कूल प्रबंधन को बुलाइये। कड़ी कार्रवाई करें। यह कोई साधारण घटना नहीं है। स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरे की क्या स्थिति हैं? सभी को चेक करें। उन्होंने पूछा कि स्कूल शिक्षा विभाग ने अब तक मामले में क्या कार्रवाई की। रोज हजारों लाखों बच्चे स्कूल आना-जाना करते हैं, अगर वह असुरक्षित होंगे तो कैसे चलेगा?
ड्राइवरों का वेरिफिकेशन कराएं
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि निश्चित समय सीमा में कार्रवाई करें। ड्राइवर के साथ ही आया भी जिम्मेदार है। कितना भी बड़ा स्कूल हो, जवाबदार है। कितनी जल्दी सजा हो सकती है देखिए। स्कूल बसेस के सभी ड्राइवर का पुलिस वेरिफिकेशन कराएं। सभी स्कूल में क्लियर मैसेज जाए कि जरा भी लापरवाही हो तो प्रबंधन जिम्मेदार है।
लंपी वायरस को गंभीरता से लें
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लंपी वायरस बीमारी को गंभीरता से लें। राजस्थान में वायरस तेजी से बढ़ रहा है। मध्य प्रदेश में यह वायरस बढ़े नहीं। इसके प्रयास हों। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन उपलब्ध है। बॉर्डर जिले में विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाए। लगातार मॉनीटरिंग करें। सीएम को अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में अब तक 38 पशुओं की मौत हुई है। 1 लाख 49 हजार 504 टीके लगाए गए। 2742 पशु स्वस्थ्य हुए। टीकाकरण बढ़ाया जा रहा है। बॉर्डर के जिलों में जनजागरूकता भी की जा रही है।
Be First to Comment