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अव्यवस्था : 8 साल के मासूम की गोद में, 2 साल के भाई की लाश, घंटों किया इंतजार

मध्य प्रदेश के मुरैना में एक 8 साल का मासूम अपने 2 साल के भाई की लाश गोद में लेकर बैठा रहा। प्रशासन की लापरवाही का ये नजारा जिसने भी देखा, वहां मौजूद लोगों ने सिस्टम पर सवाल खड़े किए। (वीडियो देखने के लिए क्लिक करें)

कांग्रेस ने इस मामले में एक ट्वीट किया, ‘मुख्यमंत्री मुरैना नगर निगम में जीत के दावे में मशगूल है। 8 साल के मासूम की गोद में 2 साल के भाई की लाश, पिता एम्बुलेंस के लिए भटक रहा है।’ जब इस मामले के बारे में स्थानीय पत्रकार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछा तो उन्होंने इस बात को इग्नोर कर दिया।

तो वहीं, मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यूं तो प्रदेश भर में घूमकर रोज झूठ परोसते है, झूठी घोषणाए करते हैं, झूठे नारियल फोड़ने हैं, कई स्मार्ट सिटी, कही मिनी स्मार्ट सिटी, कहीं अस्पताल, कही स्कूल/कॉलेज, कहीं सड़क, कहीं पीने के पानी उपलब्ध कराने के झूठे सपने दिखाते हैं लेकिन मुरैना में 8 साल का मासूम बच्चा अपने 2 साल के छोटे भाई का शव लेकर अस्पताल में बैठा रहा। उसके पिता पूजाराम जाटव बेटे का शव गांव ले जाने के लिए एंबुलेंस के लिए गुहार लगाते रहे, लेकिन उन्हें घंटों तक एंबुलेंस या शव वाहन नहीं मिला।’

क्या है मामला

अंबाह के बड़फरा निवासी पूजाराम जाटव के बेटे राजा की तबीयत खराब हो गई थी। उन्होंने राजा को अंबाह के सरकारी अस्पताल में दिखाया। हालत ज्यादा खराब होने के चलते डॉक्टरों ने बच्चे को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पूजाराम अपने 8 साल के बेटे गुलशन के साथ राजा को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। अंबाह से लेकर आई एंबुलेंस तुरंत लौट गई और जिला अस्पताल में इलाज के दौरान राजा की मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि राजा को एनीमिया और पेट में पानी भरने की समस्या थी।

पिता के पास, नहीं थे 1500 रुपए

बेटे राजा की लाश घर ले जाने के लिए पूजाराम को एंबुलेंस नहीं मिली। एम्बुलेंस के लिए उसे 1500 रुपए की जरूरत थी, लेकिन इतने रुपए उसके पास नहीं थे। पूजाराम ने प्राइवेट और सरकारी एंबुलेंस से मदद मांगी। गिड़गिड़ाया, लेकिन मदद नहीं मिली। पूजाराम बेटे राजा की लाश गुलशन की गोद में लेटाकर कुछ कम रेट की एंबुलेंस तलाशने चला गया।

गुलशन यह लाश लिए सड़क किनारे नाले के पास बैठा रहा। पूजाराम ने अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ से शव को गांव ले जाने के लिए वाहन की बात कही तो यह कहकर मना कर दिया गया कि शव ले जाने के लिए अस्पताल में कोई वाहन नहीं है।

पुलिस ने उठाई लाश, अस्पताल ले गई

सूचना मिलने पर कोतवाली टीआई योगेंद्र सिंह जादौन मौके पर पहुंचे। उन्होंने गुलशन की गोद से राजा का शव उठाया। दोनों को जिला अस्पताल ले गए। वहां गुलशन का पिता पूजाराम भी आ गया, उसके बाद एम्बुलेंस से शव को बड़फरा भिजवाया गया।

पूजाराम ने बताया कि उसके चार बच्चे हैं। तीन बेटे और एक बेटी, जिनमें राजा सबसे छोटा था। उसकी पत्नी तुलसा तीन महीने पहले घर छोड़कर अपने मायके (डबरा) चली गई है। वह खुद ही बच्चों की देखभाल करता है। मजदूरी करने भी जाता है।

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुरैना की घटना को सरकार ने गंभीरता से लिया है। जिला पंचायत सीईओ को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। सिविल सर्जन को शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है। पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता भी दी जा रही है।

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