इंदौर में हुई वारदात का खुलासा। – फोटो : अमर उजाला
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इंदौर के लसुडि़या क्षेत्र में दिनदहाड़े 35 लाख रुपये की लूट का खुलासा पुलिस ने कर लिया है। बदमाश कोई और नहीं बल्कि खुद को लूट का शिकार बता रहे कर्मचारी के साथी निकले। कर्मचारी की काॅल डिटेल से पुलिस को लुटेरो का सुराग लगा। पुलिस ने 26 लाख रुपये जब्त भी कर लिए। एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने रात को बदमाशों का घर भी खोज लिया और खातीपुरा के एक मकान में छापा मारा। वह आरोपियों के कपड़े और रुपयों का बैग मिला। एक आरोप भी गिरफ्तार कर लिया। जबकि दूसरे आरोपी फरार है। कुछ रुपये आरोपी अपने साथ ले गए।
पुलिस को आरोपी सोनू बोरासी पर शक था। उसकी काॅल डिटेल की पड़ताल की गई तो वह लगातार दो नंबरों पर बात कर रहा था। जिनकी लोेकेशन घटना स्थल के आसपास थी। आरोपी सोनू के साथी थे और उसने पहले ही बता रखा था कि वह रुपयों से भरा बैग लेकर आने वाला है। घटना के बाद पुलिस ने दोनो कर्मचारियों के अलग-अलग बयान लिए तो वे भी विरोधाभासी निकले। सोनू चाकू अड़ाने की बात कर रहा था तो दूसरे कर्मचारी ने कहा था कि बदमाशों ने हथियार नहीं दिखाया।
ठेकेदार के घर देने जा रहे थे रुपये
कर्मचारी रुपयों से भरा बैग ठेकेदार के घर पर रखने जा रहे थे, तभी दो बदमाशों ने सोनू से बैग छिन लिया। तीसरा बदमाश बाइक स्टार्ट कर खड़ा था। पुलिस को कर्मचारियों पर भी शंका है,क्योकि बेग की छिनाझपटी के दौरान उन्हें किसी भी तरह की चोट नहीं आई। पड़ताल में एक कर्मचारी की मिली भगत पाई गई।
रुपये स्कीम नंबर 114 निवासी ठेकेदार रणवीर सिंह के कर्मचारियों केे थे। उनका लसुडि़या क्षेत्र में दफ्तर है। दफ्तर से 500 मीटर दूरी पर ही रणवीर का घर है। कर्मचारी अशोक और सोनू बैग को 35 लाख रुपये घर गए थे। घर के बाहर ही लूट को अंजाम दिया गया।
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