Alaska: रॉयटर्स के अनुसार, अमेरिकी सैन्य ने बुधवार को यह जानकारी दी कि कि उसने अलास्का वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में दो रूसी और दो चीनी सैन्य विमानों को बीच में ही रोक दिया. अलास्का अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में है लेकिन किसी भी देश का हिस्सा नहीं है.
NORAD का बयान उत्तरी अमेरिकी एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (NORAD) के बयान के अनुसार, “रूसी और चीनी पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (PRC) के विमान अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में ही रहे और अमेरिकी या कनाडाई हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया. NORAD ने यह भी स्पष्ट किया कि इन विमानों को किसी भी प्रकार के खतरे के रूप में नहीं देखा गया और वह उत्तर अमेरिका के निकट रूस और चीन की गतिविधियों की निगरानी जारी रखेगा.
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NORAD ने X (पूर्व ट्विटर) में जानकारी साझा कि की NORADCommand ने 24 जुलाई, 2024 को अलास्का ADIZ में संचालित दो रूसी TU-95 और दो चीनी H-6 सैन्य विमानों का पता लगाने, ट्रैक करने और बीच में रोकने के लिए लड़ाकू विमान, उपग्रह और ग्राउंड-आधारित और एयरबोर्न राडार की उच्च स्तरीय रक्षा नेटवर्क का उपयोग किया. यह नेटवर्क विभिन्न प्रणालियों के बीच सहज अंतरसंचालन के माध्यम से काम करता है.
.@NORADCommand employed a layered defense network of fighter aircraft, satellites, and ground-based and airborne radars in seamless interoperability to detect, track, and intercept two Russian TU-95 and two PRC H-6 military aircraft operating in the Alaska ADIZ on July 24, 2024. pic.twitter.com/YvG1cu31Ni
— North American Aerospace Defense Command (@NORADCommand) July 25, 2024 NORAD के अनुसार, यह अवरोध (interception) नियमित निगरानी प्रक्रिया का हिस्सा था और इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में हो रही गतिविधियों पर नजर रखना है.
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