हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सोमवार को 350 में शुरू हुई फिना सिंह मध्यम सिंचाई परियोजना को पूरा करने के लिए केंद्र से 350 करोड़ रुपये की सहायता मांगी।
अग्निहोत्री, जिनके पास जल शक्ति विभाग भी है, ने यहां केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अध्यक्ष कुशविंदर वोहरा से मुलाकात की और राज्य में सिंचाई क्षेत्र को मजबूत करने के अलावा इसके लिए उदार सहायता का अनुरोध करने पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले के नूरपुर में फिना सिंह परियोजना करोड़ रुपये 350 की प्रारंभिक लागत से शुरू की गई थी, जो अब बढ़कर रुपये हो गई है। करोड़।
राज्य ने परियोजना को क्रियान्वित करने के लिए अपने स्वयं के संसाधनों से 283 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। अग्निहोत्री ने 350 करोड़ रुपये शीघ्र जारी करने का अनुरोध किया ताकि इस परियोजना को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह परियोजना केंद्र सरकार की प्राथमिकता सूची में भी है।
अग्निहोत्री ने उना जिले में बीट क्षेत्र सिंचाई योजना, चरण- II के लिए शीघ्र स्वीकृति प्रदान करने का भी अनुरोध किया, जिसे करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ पूरा किया जाना है।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पहले चरण को राज्य ने अपने संसाधनों से पूरा किया है। उन्होंने कहा कि नादौन सिंचाई योजना को अगले दो से तीन माह में समयबद्ध तरीके से पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष को विशेषज्ञों की अपनी टीम के साथ राज्य का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया ताकि मौजूदा योजनाओं को मजबूत करने की संभावनाओं का पता लगाया जा सके और जहां भी संभव हो भविष्य की योजना और नई सिंचाई योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए एक रोडमैप तैयार किया जा सके।
बैठक के दौरान सुखाहर और ज्वालाजी सिंचाई योजनाओं पर भी चर्चा की गई और यह अवगत कराया गया कि नदियों के तटीकरण कार्यों के लिए धन प्राप्त नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बाढ़ नियंत्रण उपायों को अपनाए जाने और नदियों को चैनलाइज़ करने पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष ने राज्य को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
–आईएएनएस
वीजी/एसएचबी/
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